बीजेपी के पूर्व सांसद ने CM उद्धव ठाकरे को लिखा पत्र, कहा- समृद्धि महामार्ग प्रोजेक्ट की होनी चाहिए जांच
By रामदीप मिश्रा | Published: December 1, 2019 01:36 PM2019-12-01T13:36:37+5:302019-12-01T13:36:37+5:30
महाराष्ट्रः अपने पत्र में अनिल गोटे ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पिछले दिनों समृद्धि महामार्ग के लिए उच्च प्रीमियम पर सरकार को जमीन बेची थी।
पूर्व भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद अनिल गोटे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर 46000 करोड़ रुपये के समृद्धि महामार्ग की जांच की मांग की है। पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस का महत्पूर्ण प्रोजेक्ट माने जाने वाले एक्सप्रेसवे को महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) द्वारा तैयार किया जा रहा है।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, अपने पत्र में गोटे ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पिछले दिनों समृद्धि महामार्ग के लिए उच्च प्रीमियम पर सरकार को जमीन बेची थी।
गोटे ने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों के लिए यह जानना जरूरी है कि देवेंद्र फड़नवीस की अगुवाई वाली सरकार का पारदर्शी कामकाज वास्तव में कैसा था? बता दें कि गोटे बीजेपी छोड़ चुके हैं। उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है।
इससे पहले गोटे ने एमएसआरडीसी के प्रबंध निदेशक राधेश्याम मोपलवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। वह मोपलवार और एक अन्य व्यक्ति के बीच हुई बातचीत का कथित टेप सामने लेकर आए थे। इस टेप में कथित तौर पर पैसों की हेराफेरी की बात कही गई थी।
उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मांग की है कि आप और उनके मंत्रिमंडल से मेरी अपील है कि यह जांच एक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में गठित की जाए और इसकी रिपोर्ट विधानसभा के समक्ष तीन महीने के भीतर सौंपी जाए। महाराष्ट्र के लोगों को यह जानना जरूरी है कि आखिर क्या कारण है कि मोपलवार को क्लीन चिट दे दी गई और उनके रिटायर होने के बाद भी सीएम की सेवा में बने रहने के लिए कहा गया।
आपको बता दें कि तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने मोपालवार को क्लीन चिट दे दी थी। दिसंबर 2017 में एमएसआरडीसी में मोपलवार ने अपना पदभार ग्रहण कर काम फिर से शुरू कर दिया था।