महाराष्ट्र में सामने आए डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले, विशेषज्ञों ने कहा-कोरोना की तीसरी लहर का बन सकता है कारण
By अभिषेक पारीक | Published: June 20, 2021 04:05 PM2021-06-20T16:05:10+5:302021-06-20T16:18:27+5:30
महाराष्ट्र के रत्नागिरी, पालघर और नवी मुंबई से एकत्रित कोरोना सैंपल में डेल्टा प्लस वेरिएंट के कम से कम सात मामले सामने आए हैं।
महाराष्ट्र के रत्नागिरी, पालघर और नवी मुंबई से एकत्रित कोरोना सैंपल में डेल्टा प्लस वेरिएंट के कम से कम सात मामले सामने आए हैं। जबकि कई सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं, जिनसे पता लगाया जा सकेगा कि वायरस का यह वेरिएंट कितना असर डालता है। विशेषज्ञों का कहना है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट कोरोना की तीसरी लहर का कारण बन सकता है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वायरस का नया वेरिएंट डेल्टा (B.1.617.2) में म्यूटेशन के बाद सामने आया है। यह फिलहाल 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' है। 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' के तौर पर इसे वर्गीकृत नहीं किया गया है। वेरिएंट ऑफ कंसर्न के रूप में वर्गीकृत करने का अर्थ होगा कि यह चिंताजनक है।
कोविड-19 की तीसरी लहर की चेतावनी
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र के विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट कोविड-19 की तीसरी लहर का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इसके आठ लाख से अधिक सक्रिय मामले सामने आ सकते हैं और जिसके कारण इनमें से 10 फीसद बच्चे संक्रमित हो सकते हैं।
स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन
रिपोर्ट के अनुसार, वायरस के स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन से उसे मानव की कोशिकाओं में प्रवेश की सुविधा मिलती है। वायरस के नए स्ट्रेन में प्रतिरक्षा से बचने का बेहतर तंत्र होता है। इसके प्रसार की क्षमता और असर के साथ इस पर भी शोध किया जा रहा है कि म्यूटेशन में एंटीबॉडी उपचार के प्रति कितना प्रतिरोध है।
राज्य में मामले घटे, यहां बढ़े
राज्य में मामले कम हो रहे हैं, लेकिन कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग, रायगढ़, रत्नागिरी, सतारा और सांगली सहित पश्चिमी महाराष्ट्र में कोविड-19 के काफी मामले सामने आ रहे हैं। डेल्टा प्लस वेरिएंट के सात में से पांच मामले रत्नागिरी में सामने आए हैं। जहां पॉजिटिविटी रेट प्रदेश की 5.7 फीसद की तुलना में 13.7 फीसद है। इनमें से दो लोगों में संक्रमण का कोई लक्षण नहीं पाया गया।