महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे के बयान पर 'साथी' शरद पवार ने किया पलटवार, कहा- हम CAA के हैं खिलाफ
By रामदीप मिश्रा | Published: February 18, 2020 02:19 PM2020-02-18T14:19:52+5:302020-02-18T14:20:59+5:30
महाराष्ट्र: उद्धव ठाकरे ने सीएए और एनआरसी के अलावा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लेकर कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से इसमें दिए जा रहे कॉलमों की जांच करेंगे, जिससे एनपीआर के दौरान कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के उस बयान पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर किसी को डरने की आवश्यकता नहीं है। CAA, NRC दो अलग-अलग मुद्दे हैं। वह अपने राज्य में एनआरसी को लागू नहीं करने देंगे।
समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, शरद पवार ने कहा, 'महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे का अपना नजरिया है, लेकिन जहां तक NCP का सवाल है, तो हमने सीएए के खिलाफ मतदान किया था।' शरद पवार ने साफ कर दिया है कि वह सीएए के समर्थन में नहीं हैं। पवार कई मामलों सीएम उद्धव ठाकरे से इतर अपनी राय रख चुके हैं। महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस मिलकर सरकार चला रहे हैं।
उद्धव ठाकरे ने सीएए और एनआरसी के अलावा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लेकर कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से इसमें दिए जा रहे कॉलमों की जांच करेंगे, जिससे एनपीआर के दौरान कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।
NCP Chief Sharad Pawar: Maharashtra CM Uddhav Thackeray has his own view but as far as NCP is concerned, we had voted against #CitizenshipAmendmentAct. https://t.co/e8AdMif6kspic.twitter.com/VOXpxFhgT9
— ANI (@ANI) February 18, 2020
इससे पहले उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र और गोवा बार काउंसिल द्वारा आयोजित कानून सम्मेलन में कहा था कि समाज में बदलाव के मद्देनजर ब्रिटिश काल में बने कानूनों में सुधार और उनके विश्लेषण की जरूरत है। जनता को त्वरित न्याय दिलाने के लिए लोकतंत्र के सभी चार खंभों को साथ आकर कानून में बदलावों पर चर्चा करनी चाहिए। आजादी के कई वर्षों बाद भी ब्रिटिश काल के कानून लागू हैं। समाज की जरूरतों और बदलती परिस्थितयों के अनुसार पुराने कानूनों में बदलाव की आवश्यकता है।