महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने किया ऐलान, दशहरा के बाद इस तारीख से खुलेंगे जिम व फिटनेस सेंटर
By अनुराग आनंद | Published: October 18, 2020 02:10 PM2020-10-18T14:10:32+5:302020-10-18T14:10:32+5:30
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिम खोले जाएंगे, लेकिन स्टीम बाथ, ज़ुम्बा और योग जैसी गतिविधियां जिनमें या तो समूह में लोग शामिल होते हैं या फिर पानी का इस्तेमाल होता है। इन गतिविधियों पर फिलहाल रोक रहेगा।
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन में एक बार फिर से छूट देने की कोशिश की जा रही है। लोगों से जुड़ी सेवाओं व सुविधाओं को शुरू करने के लिए देश के कई राज्यों व शहरों में अनलॉक 4 की घोषणा के बाद ही जिम व फिटनेस सेंटर को खोलने की अनुमति दे दी गई है।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले अधिक सामने आ रहे हैं, इसलिए सरकार ने जिम व फिटनेस सेंटर को तुरंत खोलने के बजाय थोड़ा समय लेना उचित समझा।
एचटी रिपोर्ट के मुताबिक, अब सीएम उद्धव ठाकरे ने ऐलान किया है कि दशहरा के बाद 25 अक्टूबर से जिम व फिटनेस सेंटर को एक बार फिर से खोल दिया जाएगा। इसके साथ ही सीएम ठाकरे ने यह भी कहा है कि जिम संचालकों को सरकार द्वारा जारी नियमों का सख्ती से पालन करना होगा।
इसके साथ ही सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिम व फिटनेस सेंटर लोगों के कल्याण के लिए हैं, इसलिए यह सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए कि इससे किसी भी तरह से कोरोना वायरस संक्रमण न फैले।
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिम खोले जाएंगे, लेकिन स्टीम बाथ, ज़ुम्बा और योग जैसी गतिविधियां जिनमें या तो समूह में लोग शामिल होते हैं या फिर पानी का इस्तेमाल होता है। इन गतिविधियों पर फिलहाल रोक रहेगा।
बता दें कि यह संभावना है कि एक बार फिर से सीएम उद्धव ठाकरे व प्रदेश के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बीच दशहरा के दौरान मंदिर नहीं खोलने की इजाजत देने पर विवाद गहरा सकता है। दरअसल, इससे पहले नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा अनलॉक 4 की घोषणा के बाद हर राज्यों ने अपने-अपने अनुसार सेवाओं में छूट दी थी।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले को देखते हुए उद्धव ठाकरे सरकार ने धार्मिक स्थलों को खोलने को लेकर कोई फैसला नहीं किया था। इसके बीद ही इस मामले में प्रदेश के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर मंदिर खोलने को कहा था।
राज्यपाल कोश्यारी ने अपने पत्र में सीएम को लिखा था कि मुझे आश्चर्य है कि आप मंदिरों व धर्मस्थलों का खोलना टालते क्यों जा रहे हैं? क्या ऐसा कोई दैवीय आदेश आपको मिला है या फिर आप अचनाक सेक्यूल हो गए हैं, जिस शब्द से आपको नफरत थी?