एल्गार परिषद केसः फादर स्टेन स्वामी का 84 साल की उम्र में निधन
By सतीश कुमार सिंह | Published: July 5, 2021 03:08 PM2021-07-05T15:08:14+5:302021-07-05T15:40:11+5:30
बांद्रा के होली फैमिली हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बॉम्बे हाईकोर्ट को सूचित किया कि 84 वर्षीय स्वामी का दोपहर 1.30 बजे निधन हो गया।
मुंबईः एल्गार परिषद-माओवादियों से संबंध मामले के आरोपी आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी (84) का निधन हो गया।
अधिकारियों ने बंबई उच्च न्यायालय को सूचना दी। आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी ने सोमवार को मुंबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। बांद्रा के होली फैमिली हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बॉम्बे हाईकोर्ट को सूचित किया कि 84 वर्षीय स्वामी का दोपहर 1.30 बजे निधन हो गया।
उपनगरीय बांद्रा में होली फैमिली अस्पताल के निदेशक डॉ इयान डिसूजा ने उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति एस एस शिंदे और न्यायमूर्ति एन जे जमादार की पीठ को बताया कि 84 वर्षीय स्वामी की सोमवार अपराह्न डेढ़ बजे मृत्यु हो गई।
उच्च न्यायालय द्वारा स्वामी की एक याचिका पर सुनवाई के बाद आदिवासियों के अधिकारों के लिए काम करने वाले कार्यकर्ता को 29 मई को तलोजा जेल से निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस याचिका में कहा गया था कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए और पार्किंसंस बीमारी से जूझ रहे हैं, इसलिए चिकित्सा उपचार की जरूरत है।
Maharashtra | Bhima Koregaon accused Stan Swamy passes away in Mumbai's Bhadra Hospital, where he had been admitted. Details awaited.
— ANI (@ANI) July 5, 2021
डिसूजा ने अदालत को बताया कि रविवार तड़के स्वामी को दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। अधिकारी ने अदालत को बताया, ‘‘उनकी (स्वामी) हालत ठीक नहीं हो पायी और आज दोपहर उनका निधन हो गया।’’
उन्होंने बताया कि फेफड़े में संक्रमण, पार्किंसंस रोग और कोविड-19 की जटिलताओं के कारण स्वामी की मौत हो गयी। स्वामी के वकील मिहिर देसाई ने बताया कि तलोजा जेल प्रशासन की ओर से लापरवाही हुई और उन्हें तुरंत चिकित्सा सुविधा मुहैया नहीं करायी गयी। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने स्वामी को अक्टूबर 2020 में गिरफ्तार किया था और तब से वह जेल में थे।