महाराष्ट्र: हजारों किसानों का पैदल मार्च वासिंद पहुंचा, 12 मार्च को मुंबई में विधानसभा घेराव
By कोमल बड़ोदेकर | Published: March 9, 2018 06:00 PM2018-03-09T18:00:32+5:302018-03-09T18:00:32+5:30
"बीजेपी सरकार ने जबसे किसानों की 34 हजार करोड़ रुपए की ऋणमाफी की घोषणा की है, तब से अब तक 1753 किसान आत्महत्या कर चुके हैं।"
मुंबई, 9 मार्च। महाराष्ट्र इन दिनों किसान आंदोलन को लेकर चर्चा में है। ऑल इंडिया किसान सभा के बैनर तले प्रदेश के करीब 30 हजार किसान कर्ज माफी सहित अन्य मांगो को लेकर 12 मार्च को मुंबई स्थित विधानसभा और फड़णवीस सरकार घेरने की तैयारी में है। बीते मंगलवार को नाशिक से शुरू हुई किसानों की पद यात्रा शुक्रवार को वासिंद पहुंची। किसान नासिक से मुंबई तक करीब 180 किमी का लंबा सफर पैदल मार्च निकाल कर तय कर रहे हैं। इस आंदोलन के दौरान किसान हर दिन करीब 30 से 35 किलोमीटर की पद यात्रा कर रहे हैं।
#Maharashtra: All India Kisan Sabha protest reaches Vasind. Over 30,000 farmers from across the state are heading towards Mumbai from Nashik demanding a complete loan waiver for the farmers of the state. pic.twitter.com/mUsAHTMta0
— ANI (@ANI) March 9, 2018
बता दें कि 180 किलोमीटर लंबे इस मार्च में महाराष्ट्र भर के किसान शामिल हुए हैं। उन्हें आस पास के जिलो का अच्छा समर्थन मिल रहा है कल तक जहां इस पैदल मार्च में शामिल किसानों की संख्या 25 हजार के करीब थी वहीं शुक्रवार को यह बढ़कर 30 हजार के करीब पहुंच चुकी है। इस पदयात्रा के माध्यम से किसान कर्जमाफी, बिजली बिल माफी, ओलावृष्टि से नुकसान का मुआवजा सहित स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग कर रहे हैं।
Members of All Indian Kisan Sabha took out a march from Nashik to Mumbai demanding a complete loan waiver for the farmers of State. The march commenced on Tuesday. #Maharashtrapic.twitter.com/zZryxregBG
— ANI (@ANI) March 8, 2018
बता दें कि गुरुवार को रैली के दौरान किसानों को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया किसान सभा के सचिव राजू देसले ने बताया था कि, बीजेपी सरकार ने जबसे किसानों की 34 हजार करोड़ रुपए की ऋणमाफी की घोषणा की है, तब से अब तक 1753 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। न सिर्फ केंद्र सरकार, बल्कि राज्य सरकार ने किसानों के लिए विरोधी नीतियां अपनाई हैं।