महाराष्ट्र ने सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने के लिए 22 सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक करने की मांग की
By विशाल कुमार | Published: April 20, 2022 09:42 AM2022-04-20T09:42:38+5:302022-04-20T09:45:23+5:30
महाराष्ट्र साइबर सेल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजय शिंत्रे ने कहा कि वर्तमान के माहौल को देखते हुए हमने सांप्रदायिक नफरत वाली सामग्री का प्रचार करने वाले खातों की तलाश शुरू कर दी है।
मुंबई:महाराष्ट्र साइबर सेल ने सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने के लिए 22 अलग-अलग सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक करने का प्रस्ताव दिया है। साइबर सेल ने यह मांग ऐसे समय में की है जब महाराष्ट्र सहित देश के कई राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा के मामले सामने आए और राज्य में मस्जिदों पर लाउडस्पीकर को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
महाराष्ट्र साइबर सेल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजय शिंत्रे ने कहा कि वर्तमान के माहौल को देखते हुए हमने सांप्रदायिक नफरत वाली सामग्री का प्रचार करने वाले खातों की तलाश शुरू कर दी है।
शिंत्रे ने कहा कि इनमें से अधिकांश खाते फर्जी संगठनों से संबंधित हैं जो सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने के लिए छेड़छाड़ की गई फोटो, बहुत सारी एडिटिंग और तकनीक का उपयोग करते हैं।
कल महाराष्ट्र पुलिस ने शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए उठाए जाने वाले कदमों की एक सूची की घोषणा की थी। इसके तहत भड़काऊ भाषण देने वाले लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं, इस तरह के मुद्दों की मीडिया रिपोर्ट पर दिशानिर्देश भी आ सकते हैं।
बता दें कि, अजान और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर विवाद इस महीने की शुरुआत में तब भड़क उठा जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने गुड़ी पड़वा उत्सव के अवसर पर एक सार्वजनिक भाषण के दौरान इस मुद्दे को उठाया।
ठाकरे ने चेतावनी दी कि अगर राज्य सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की तो उनकी पार्टी के कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाएंगे। अपनी सबसे हालिया टिप्पणी में मनसे प्रमुख ने महाराष्ट्र सरकार को 3 मई, रमजान के अंत तक सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की चेतावनी दी है।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने पिछले हफ्ते राज ठाकरे को जवाब देते हुए कहा था कि सब कुछ देश के कानून के तहत किया जाएगा।