Mahakal Mandir Wall Collapsed: महाकाल मंदिर के पास महाराजवाडा की दीवार गिरी,दो की मौत,2 घायल
By बृजेश परमार | Updated: September 28, 2024 06:53 IST2024-09-28T06:51:05+5:302024-09-28T06:53:02+5:30
उज्जैन: शुक्रवार को शाम तेज बारिश होने से प्रांगण का पूरा पानी ढलान वाले इसी दीवार के उपरी हिस्से में जमा हो चुका था। कच्ची दीवार पानी का दबाव सहन नहीं कर सकी और दीवार ढह गई।

फाइल फोटो
उज्जैन: शुक्रवार शाम को तेज बारिश के बीच श्री महाकाल मंदिर के गेट नंबर 4 के सामने स्थित महाराजवाडा भवन की आउटर दिवार गिर गई। इसके मलबे में एक बालिका,एक पुरूष,दो महिला दबे थे। इनमें से फरीन पति आजाद राठौर 22 वर्ष निवासी जयसिंहपुरा एवं अजय पिता ओमनाथ 27 वर्ष निवासी शिवशक्ति नगर उज्जैन की मौत हो गई। गंभीर घायल शारदा बाई पति सोहन लाल 40 वर्ष निवासी ग्राम उज्जैनिया थाना घटिया, रूही पिता आजाद राठौर 3 वर्ष जयसिंहपुरा को प्राथमिक उपचार के बाद बाम्बे हास्पिटल इंदौर रैफर किया गया है।
#WATCH | DM Neeraj Kumar says, "Due to the high flow of water, a wall collapsed and 4 people were buried under it. All four were rescued and sent to the hospital, out of which 2 people died and 2 were referred to Indore…" https://t.co/TmWD4y2F87pic.twitter.com/p5Cqqe9CRe
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) September 27, 2024
सुबह से घिर आए काले बादलों ने शाम को तेज बरसना शुरू किया था। इससे पूरे शहर में ही जलजमाव की स्थिति बन गई । इसी दौरान 6.30 बजे के आसपास बडे गणेश मंदिर की लाईन में घाटी के उपर छोर की करीब 10 फीट उंची दीवार का 12 फीट चौडाई का हिस्सा धस कर गिर गया। दीवार के इस हिस्से के गिरने से उसके पास खडे एवं दुकान लगाने वाले करीब आधा दर्जन से अधिक लोग दब गए। हालात सामने आते ही पूरे क्षेत्र में हंगामा हो गया और पास ही स्थित पुलिस थाना के कर्मी एवं महाकाल मंदिर चौकी पर तैनात पुलिस एवं एसडीआरएफ के जवान स्थल पर पहुंचे और राहत कार्य करने लगे ।
A boundary wall of the #Mahakal Temple in #MP's #Ujjain has collapsed due to heavy rainfall. Several people are feared trapped under the debris. More details awaited. #MahakalTemple#MadhyaPradesh#WallCollapsepic.twitter.com/z3FrMTolyE
— Lokmat Times Nagpur (@LokmatTimes_ngp) September 27, 2024
इसी बीच प्रशासन ने सूचना मिलते ही नगर निगम की जेसीबी और क्रेन बुलवाकर दिवार के हिस्सों को हटाना शुरू कर दिया। बारिश से राहत कार्य में भी बाधा हो रही थी। करीब 3 लोगों को मलबे से निकाला गया । दीवार गिरने से चोंटिल एक युवती सहित तीन लोगों को उपचार के लिए चरक जिला अस्पताल भेजा गया है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश धाकड ने बताया कि मंदिर के गेट नंबर 4 के सामने वाले हिस्से में महाराजवाडा है।
इसकी आउटर बाउंड्रीवाल गिरने से ये हादसा हुआ है। दिवार करीब 10 फीट उंची थी । इसका करीब 12 फीट का हिस्सा गिरा है। करीब आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया है। पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने मृतकों एवं घायलों की पुष्टि की है।
कच्ची हो चुकी दीवार पानी का अधिक दबाव सहन नहीं कर पाई
शुक्रवार देर शाम श्री महाकाल मंदिर के पास हेरिटेज भवन महाराजवाडा के पिछले हिस्से में दीवार गिरी । यह दीवार प्रांगण के ढलान की और बनी हुई थी। इसमें उपरी हिस्से में एक दिन पूर्व हुई बारिश का जल जमाव था और उपर से शुक्रवार शाम को तेज बारिश के जल जमाव के दबाव को कच्ची हो चुकी दीवार सह नहीं सकी और पास में ही खडे चार लोगों पर भरभराकर गिर गई।
दो की मौत,बच्ची सहित दो घायल
मलबे में दबने से फरीन पति आजाद राठौर 22 वर्ष निवासी जयसिंहपुरा एवं अजय पिता ओमनाथ 27 वर्ष निवासी शिवशक्ति नगर उज्जैन की मौत हो गई। गंभीर घायल शारदा बाई पति सोहन लाल 40 वर्ष निवासी ग्राम उज्जैनिया थाना घटिया, रूही पिता आजाद राठौर 3 वर्ष जयसिंहपुरा को प्राथमिक उपचार के बाद बाम्बे हास्पिटल इंदौर रैफर किया गया है। फरीन अपनी बेटी रूही के साथ घाटी के इस क्षेत्र में छोटा मोटा सामान बेचने का काम करती थी।
कहां हुआ हादसा
हरसिदि्ध से बडा गणेश होते हुए घाटी चढने वाले क्षेत्र में ज्योतिषाचार्य आनंद शंकर व्यास के मकान से उपर की और महाराजवाडा भवन की आउटर वाल बनी हुई थी। इसके ठीक सामने बीच में 40 फीट चौडी सडक के उपरांत श्री महाकाल मंदिर का 4 नंबर गेट एवं उपरी हिस्से में घाटी पर पं.सूर्यनारायण व्यास मकान भारती भवन है। कच्ची हो चुकी करीब 10 फीट उंची इस दीवार का करीब 12 फीट का हिस्सा भरभराकर गिरा है।
इसलिए हुआ हादसा
हेरिटेज भवन महाराजवाडा का प्रांगण काफी बडा और फैला हुआ है। इसके पिछले हिस्से में कुछ समय पूर्व तक जिम्नेशियम और मलखंब का ग्राउंड था। एक वर्ष पूर्व से हेरिटेज भवन के जिर्णोद्धार का कार्य चल रहा है। पूरे प्रांगण का पानी हादसा वाली दीवार के उपरी छोर पर ही इकट्ठा हो रहा था। एक दिन पूर्व की बारिश का पानी यहीं जमा था। शुक्रवार को शाम तेज बारिश होने से प्रांगण का पूरा पानी ढलान वाले इसी दीवार के उपरी हिस्से में जमा हो चुका था। कच्ची दीवार पानी का दबाव सहन नहीं कर सकी और दीवार ढह गई।