मध्य प्रदेश: भाजपा के दो विधायकों के अचानक कांग्रेस के समर्थन में जाने से संघ चिंतित
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: August 4, 2019 10:54 PM2019-08-04T22:54:39+5:302019-08-04T22:56:02+5:30
सूत्रों के अनुसार प्रदेश में राजनीतिक हालात और संगठन की गतिविधियों को लेकर यह बैठक की जा रही है. विधानसभा में हार के बाद पहली बार संघ के पदाधिकारियों के साथ इस तरह की बैठक आयोजित की जा रही है.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तीन दिवसीय बैठकों का दौर रविवार से शुरु हो गया. बैठकों में संघ पदाधिकारी प्रदेश में राजनीतिक हालातों और संगठन की गतिविधियों को लेकर चर्चा कर रहा है. खासकर भाजपा के दो विधायकों के अचानक कांग्रेस के समर्थन में जाने से संघ चिंतित है. कुछ संघ पदाधिकारी भी इस मुद्दे को लेकर भाजपा संगठन से नाराज हैं. तीन दिनों तक मंथन के बाद भाजपा के पदाधिकारियों से संघ पदाधिकारी इस मामले को लेकर चर्चा करेंगे और सख्त निर्देश दे सकते हैं.
मध्यप्रदेश की राजधानी में आज रविवार से संघ की तीन दिवसीय बैठकों का दौर शुरु हो गया. वर्ग बैठकों में वैसे तो संघ पदाधिकारियों द्वारा संघ की शाखाओं के विस्तार और सरस्वती स्कूलों में वृद्धि जैसे मुद्दों पर मंथन होगा, मगर मध्यप्रदेश के वर्तमान राजनीतिक हालातों को लेकर संघ पदाधिकारी भाजपा पर भी मंथन करेंगे. बैठक में शामिल होने संघ के सह सरकार्यवाह डा. गोपाल कृष्ण और सुरेश सोनी भोपाल पहुंचे हैं.
आज बैठक की शुरुआत राजधानी के प्रज्ञादीप में शुरु हुई. तीन दिनों तक चलने वाली संघ की इन बैठकों का स्थान पर अलग-अलग रखा गया है. आज की बैठक में अनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारियों को भी बुलाया गया था, इन पदाधिकारियों को डा. गोपाल कृष्ण ने संबोधित किया और उनसे अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा की. इसके अलावा संघ पदाधिकारियों को कल 5 अगस्त की बैठक में सुरेश सोनी संबोधित करेंगे. इसके अलावा बैठक में संघ के सर कार्यवाही भैय्याजी जोशी के आने की भी संभावना है. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद राजधानी में यह संघ की पहली बड़ी बैठक है. संघ के मध्य क्षेत्र के प्रभारी दीपक बिस्पुते ने बताया कि समिधा में संघ नेताओं की बैठक 6 अगस्त तक चलेगी.
सूत्रों के अनुसार प्रदेश में राजनीतिक हालात और संगठन की गतिविधियों को लेकर यह बैठक की जा रही है. विधानसभा में हार के बाद पहली बार संघ के पदाधिकारियों के साथ इस तरह की बैठक आयोजित की जा रही है. जानकारी के मुताबिक सोमवार को भाजपा के साथ संघ की समन्वय बैठक है, जिसमें राजनीतिक विषयों पर बात होगी. संघ की इन बैठकों में कुछ प्रचारकों को संगठन में शामिल किया जा सकता है. इसके साथ ही संघ के अनुशांगिक संगठन और शाखा विस्तार को लेकर भी चर्चा की जा सकती हैं.
भाजपा संगठन से नाराज हैं संघ पदाधिकारी
विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन भाजपा के दो विधायकों द्वारा कांग्रेस का समर्थन करने से संघ के पदाधिकारी भाजपा संगठन से खफा बताए जा रहे हैं. संघ े वरिष्ठ पदाधिकारी और भाजपा के नए राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष भी प्रदेश संगठन से इस घटना को लेकर नाराजगी जता चुके हैं. संघ की इन बैठकों में भाजपा के अंदर चल रही गुटबाजी का मुद्दा भी उठ सकता है. इसके अलावा प्रदेश में बढ़ रही माब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर भी संघ रणनीति बनाएगा और कांग्रेस की प्रदेश सरकार को घेरने के लिए भाजपा संगठन के पदाधिकारियों से चर्चा करेगा.
संभागीय संगठन महामंत्रियों में हो सकता है बदलाव
संघ उज्जैन के संभागीय संगठन मंत्री प्रदीप जोशी कांड से भी नाराज है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बैठकों में कुछ संभागीय संगठन मंत्रियों को बदलने और उनके स्थान पर नए संगठन मंत्रियों के नामों पर चर्चा होगी. प्रदेश में वर्तमान में 6 संभागीय संगठन मंत्री काम कर रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि रीवा के संभागीय संगठन मंत्री जितेंद्र लिटोरिया को हटाया जा सकता है. साथ ही शैलेंद्र बरुआ को नई जिम्मेदारी दी जा सकती है.