लोकसभा चुनावः मध्य प्रदेश में सपा-बसपा का ऐसा हुआ हाल, दोनों दलों का खिसका जनाधार

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 26, 2019 08:17 AM2019-05-26T08:17:53+5:302019-05-26T08:17:53+5:30

बसपा और सपा दोनों ही दलों का मत प्रतिशत भी इस चुनाव में गिरा है. बसपा को 2.38 प्रतिशत मत हासिल हुए हैं, जबकि 2014 के चुनाव में उसे 3.80, 2009 में 5.85, 2004 में 4.75, 1999 में 5.23, 1998 में 8.7, 1996 में 8.18 और 1991 के लोकसभा चुनाव में बसपा को 3.54 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे.

madhya pradesh lok sabha election 2019: bsp and samajwadi party performence in madhya pradesh | लोकसभा चुनावः मध्य प्रदेश में सपा-बसपा का ऐसा हुआ हाल, दोनों दलों का खिसका जनाधार

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Highlightsमध्यप्रदेश में मायावती और अखिलेश का गठजोड़ भी मोदी की सुनामी में अपना जनाधार खो गया. राज्य में बसपा और सपा ने गठबंधन के तहत सभी 29 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था.गठबंधन के तहत दोनों ही दलों को अच्छे परिणाम की उम्मीद थी, मगर दोनों ही दल परिणाम आने के बाद अपना जनाधार खोते नजर आए.

मध्यप्रदेश में मायावती और अखिलेश का गठजोड़ भी मोदी की सुनामी में अपना जनाधार खो गया. गठजोड़ के चलते दोनों ने अपने-अपने प्रत्याशी मैदान में उतार थे, मगर वे अपना और पार्टी का जनाधार ही नहीं बचा पाए. गठजोड़ का फायदा भी भाजपा को मिला. बसपा और सपा दोनों ही दलों के दो प्रत्याशी ऐसे रहे जिन्हें एक लाख से अधिक वोट हासिल हुए, वहीं दोनों ही दलों का मत प्रतिशत भी गिरा है.

राज्य में बसपा और सपा ने गठबंधन के तहत सभी 29 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था. सपा ने दो स्थानों टीकमगढ़ और खजुराहो में अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे, जबकि 27 लोकसभा क्षेत्रों में बसपा के प्रत्याशी मैदान में थे. इनमें से दो स्थानों गुना और राजगढ़ में बसपा के प्रत्याशियों ने एनवक्त पर कांग्रेस का समर्थन कर मैदान छोड़ दिया था.

गठबंधन के तहत दोनों ही दलों को अच्छे परिणाम की उम्मीद थी, मगर दोनों ही दल परिणाम आने के बाद अपना जनाधार खोते नजर आए. हालात कुछ ऐसे बने की बसपा जिसका विंध्य और ग्वालियर-चंबल में खासा प्रभाव पिछले चुनावों में देखा गया, वह प्रभाव भी नजर नहीं आया. बसपा के मुरैना से प्रत्याशी भड़ाना ऐसे रहे जिन्हें सबसे ज्यादा 1,29, 380 मत हासिल हुए. हालांकि वे भी चुनाव हार गए. 

इसके अलावा सतना में बसपा के अच्छेलाल कुशवाह को 1,09961 मत हासिल हुए. इन दो प्रत्याशियों के अलावा किसी भी बसपा प्रत्याशी को 1 लाख से ज्यादा मत हासिल नहीं हो सके. रीवा जहां पर लोकसभा चुनाव में बसपा अब तक दो बार खाता खोलकर संसद तक पहुंची थी, वहां पर उसके प्रत्याशी विकास पटेल को 91126 वोट ही हासिल हुए. 

इसी तरह बालाघाट में बसपा ने सपा प्रत्याशी कंकर मुंजारे को अपने पाले में लाकर अपने चुनाव चिन्ह पर मैदान में उतारा. यहां भी बसपा को नुकसान ही हुआ. मुंजारे को 85,155 वोट ही हासिल हुए. इसी तरह सपा ने टीकमगढ़ में भाजपा के पूर्व विधायक आर.डी.प्रजापति को मैदान में उतारा उन्हें मात्र 42585 और खजुराहो में वीरसिंह पटेल को 40029 वोट ही हालिस हुए.

दोनों का गिरा मत प्रतिशत

बसपा और सपा दोनों ही दलों का मत प्रतिशत भी इस चुनाव में गिरा है. बसपा को 2.38 प्रतिशत मत हासिल हुए हैं, जबकि 2014 के चुनाव में उसे 3.80, 2009 में 5.85, 2004 में 4.75, 1999 में 5.23, 1998 में 8.7, 1996 में 8.18 और 1991 के लोकसभा चुनाव में बसपा को 3.54 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. इसी तरह समाजवादी पार्टी को इस चुनाव में 0.22 प्रतिशत वोट हासिल हुए हैं. सपा को 2014 में 0.75, 2009 में 2.83, 2004 में 3.19, 1999 में 1.37, 1998 में 0.65 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे.

Web Title: madhya pradesh lok sabha election 2019: bsp and samajwadi party performence in madhya pradesh



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