मध्य प्रदेश: देवास के खिवनी अभ्यारण्य में पहली बार दिखे 2 मादा और 1 नर बाघ के साथ दो शावक, आधिकारियों में खुशी की लहर
By बृजेश परमार | Published: June 25, 2019 08:44 PM2019-06-25T20:44:19+5:302019-06-25T20:44:19+5:30
वैसे तो इस अभ्यारण्य में मुख्य रूप से बाघ, तेंदुआ, सहित अन्य वन्य जीव रहे हैं। पिछले दो दशक से अभ्यारण्य में बाघ की संख्या की स्थिति एक या नहीं के बराबर सामने आने लगी थी। हाल ही में यहां वन विभाग के लिए बड़ी खुश खबर सामने आई है।
पश्चिमी मध्यप्रदेश का मालवा वाला हिस्सा अब बाघों की बढ़ती संख्या को लेकर भी संभवत: आने वाले समय में अपनी पहचान बनाने वाला है। देवास के खिवनी अभ्यारण्य में हाल ही में एक साथ पांच बाघ देखे गए। इनमें दो मादा, एक नर और दो शावक शामिल हैं। खिवनी अभ्यारण्य में बने पानी की संरचना में इन्हें देखा गया हैं। वन विभाग के कैमरों में इनकी गतिविधि कैद हुई है।
उज्जैन संभाग के देवास जिला अंतर्गत कन्नोद की अधिकतम और सिहोर जिला की कुछ भूमि कुल 134.778 वर्ग किलोमीटर की जमीन पर खिवनी वन्य जीव अभ्यारण्य बनाया गया है। 1982 से यह अस्तित्व में है। विघ्यांचल पर्वत मालाओं की गोद में खिवनी अभ्यारण्य सुरम्य उंची– नीची पर्वत मालाओं में स्थित हैं। अभ्यारण्य का अधिकांश भाग सागवान के बहुमुल्य वनों से आच्छादित है।
वैसे तो इस अभ्यारण्य में मुख्य रूप से बाघ, तेंदुआ, सहित अन्य वन्य जीव रहे हैं। पिछले दो दशक से अभ्यारण्य में बाघ की संख्या की स्थिति एक या नहीं के बराबर सामने आने लगी थी। हाल ही में यहां वन विभाग के लिए बड़ी खुश खबर सामने आई है। अभ्यारण्य में वन विभाग द्वारा बनाए गए पानी की संरचना में एक साथ पांच बाघ दिखाई दिए हैं। इससे अभ्यारण्य में बाघों की बढ़ती संख्या का दावा किया गया है।
विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पूर्व में यहां तीन बाघों की मौजुदगी सामने आई थी। इसके चलते अभ्यारण्य में इनकी संख्या आठ से ज्यादा होने की संभावना जताई जा रही है। इसके पहले अभ्यारण्य में तीन बाघों की उपस्थिति सामने आई थी और उनकी चहलकदमी को विभाग के द्वारा लगाए गए ट्रेपिंग कैमरा में कैद भी किया गया था। हाल ही में नजर आए बाघों के कुनबे को लेकर विभाग के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि एक नर, दो मादा बाघों के साथ दो शावक नजर आए हैं। शावकों की उम्र करीब डेढ़ से दो वर्ष आंकी जा रही है।
विभागीय सूत्रों का कहना है कि बाघों का यह कुनबा यहीं का है और दोनों शावकों का जन्म भी यहीं हुआ है। इस स्थिति के सामने आने के बाद अभ्यारण्य को नेशनल पार्क में तब्दील करने की योजना पर भी काम शुरू होने की जानकारी सामने आने लगी है। बताया जा रहा है कि खिवनी में इतने बाघों की संख्या की जानकारी लगने पर पर्यावरण मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने खिवनी अभ्यारण्य को नेशनल पार्क बनाने की मांग कैबिनेट में रखी है।
वर्ष 2014 से देवास जिले में वर्षा में कमी को देखते हुए अभ्यारण्य के क्षेत्रों में बराबर जल संरचनाओं का निर्माण किया गया। जिससे वन्य जीव पलायन न हो। हाल ही में जो बाघ कुनबा देखा गया वह भी हमारी जल संरचना के पास ही आया था। एक नर, दो मादा के साथ दो शावक इसमें नजर आए हैं। अभ्यारण्य में पूर्व से तीन की उपस्थिति सामने आती रही है। -पी. एन. मिश्रा, वनमंडलाधिकारी, देवास