गुना, 23 मार्च। मध्य प्रेदश के गुना से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक खबर सामाने आई है। एक ओर जहां सरकार आदीवासी और जनजातिय इलाकों के बच्चों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने, उनके विकास और बेहतर शिक्षा के लिए करोड़ो रुपये खर्च कर रही है वहीं एक छात्रावास के बच्चों ने कलेक्टर को अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि होस्टल का कर्मचारी उनके भोजन में थूककर खाना परोसता है।
हांलाकि ये खबर सामने आने के बाद कलेक्टर न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। मामले में दोषी पाए गए होस्टल वार्डन को हटा दिया गया है।
गौरतलब है कि बीते दिनों मध्य प्रदेश के धार जिले से भी कुछ इसी तरह की खबर सामने आई थी। जहां शासकीय आदिवासी कन्या छात्रावास उदियापुरा की छात्राओं ने वहां की अधीक्षिका पर गंभीर आरोप लगाते हुए नाश्ता व भरपेट खाना नहीं देने और उन्हें मारने-पीटने की शिकायत की थी। इस मामले में ग्रामीणों ने कलेक्टर से लिखित शिकायत की थी।