कौन हैं आलिया-मालिया और जमालिया? जो काट ले जाते थे भारतीय जवानों के सिर
By जनार्दन पाण्डेय | Published: October 16, 2018 04:56 AM2018-10-16T04:56:14+5:302018-10-16T04:56:14+5:30
इन दिनों भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी दोनों ही मध्य प्रदेश में जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। इसी दौरान पाकिस्तान के आलिया-मालिया और जमालिया का जिक्र उठा है।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को मध्य प्रदेश में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए, आलिया-मालिया और जमालिया का जिक्र किया। कांग्रेस के नेतृत्व वाली तत्कालीन संप्रग सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस की सरकार सोनिया गांधी-मनमोहन सिंह की सरकार थी। ये पाकिस्तान के आलिया-मालिया और जमालिया के लोग कभी भी सीमा में घुस कर हमारे सेना के जवानों के सिर काट कर ले जाते थे। कोई कुछ बोलता नहीं था।’’
शाह का यहां आलिया-मालिया और जमालिया के लोगों से आशय शायद कमजोर पाकिस्तानियों से था। लेकिन उन्होंने अपने भाषण में यह स्पष्ट नहीं किया कि आलिया-मालिया और जमालिया कौन हैं। शाह इन तीन शब्दों का इस्तेमाल पहले भी करते रहे हैं। उन्होंने गुजरात चुनाव के वक्त कहा था गुजरात में भाजपा को हराने की किसी आलिया-मालिया-जमालिया की ताकत नहीं है। अब उन्होंने इन शब्दों को फिर से दोहराया है।
शाह ने कहा, ‘‘केन्द्र में भाजपा की सरकार आई। पाक बाज नहीं आया। उड़ी में फिर से एक बार (पाक ने) हिम्मत कर दी। हमारे 12 जवानों को जिंदा जला दिया। उनको सुबह उठने का मौका भी नहीं दिया।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘इस बार कांग्रेस की सरकार नहीं थी। भाजपा की सरकार थी और नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री थे। दस ही दिन में मोदीजी ने फैसला लिया और सेना को हुक्म दिया। हमारे सेना के जवानों ने रात में पाक के घर में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक कर सेना के जवानों का बदला लिया और शान से वापस आ गये।’’
शाह ने कहा, ‘‘सर्जिकल स्ट्राइक होने के पहले पूरे विश्व में अपने जवानों का बदला लेने वाले केवल दो ही देश थे - एक अमेरिका और दूसरा इस्राइल। सर्जिकल स्ट्राइक समाप्त होने के साथ ही इन दो देशों की सूची में मोदीजी ने तीसरा नाम भारत का जोड़ने का काम किया है। यह गौरव के बात है।’’
बीजेपी को कहां ले जाना चाहते हैं अमित शाह
शाह ने राहुल पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘14 राज्यों में हारने के बाद भी मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के सपने देख रहे हैं। मध्य प्रदेश में भाजपा अंगद के पैर की तरह जमी हुई है।’’ पार्टी की देश में मजबूत स्थिति का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि देश में हमारे 1800 से अधिक विधायक हैं और सबसे ज्यादा 330 सांसद हैं। केन्द्र में हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार है।
अमित शाह ने कहा, ‘‘लेकिन यह भाजपा का सर्वोच्च प्रदर्शन नहीं है। जब हम तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा सहित अन्य राज्यों में भी जीतेंगे, तभी हम सर्वोच्च प्रदर्शन में होंगे।’’
राहुल गांधी को अमित शाह की सलाह, दिन में ना देखा करें सपना
शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा, ‘‘राहुल बाबा आजकल मध्य प्रदेश के चक्कर लगा रहे हैं। मैंने आज उनका भाषण सुना। मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के सपने देख रहे हैं। दिनदहाड़े ऐसे सपने मत देखें, जो पूरे न हों।’’ शाह ने कहा, ‘‘वर्ष 2014 से 15 अक्टूबर 2018 तक हुए चुनाव का इतिहास देख लें, कांग्रेस कितनी जगहों से चुनाव हार चुकी है। जब से नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, तब से भाजपा महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, त्रिपुरा, उत्तराखंड, गोवा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, नागालैंड, मेघालय एवं असम सहित 14 राज्यों में जीत चुकी है।’’
Rahul baba says Congress will form Govt in #MadhyaPradesh, I want to tell him that he has every right to dream but he should not daydream, that also with open eyes: Amit Shah in Jabalpur pic.twitter.com/Gvw8nPEwkv
— ANI (@ANI) October 15, 2018
कांग्रेस को समूल उखाड़ फेंकने के लिए लड़ना है मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव: शाह
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को जबलपुर में कहा कि मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रदेश से कांग्रेस को मूल समेत उखाड़ फेंकने का काम भाजपा के हर कार्यकर्ताओं को करना है, ताकि ऐसी सूनामी उत्पन्न हो कि इसका असर पश्चिम बंगाल सहित उन राज्यों पर पड़े जहां भाजपा सत्ता में नहीं है।
‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यकर्ता सम्मेलन में गरजे शाह, दिया 200 से ज्यादा सीटें जीतने का मंत्र
शाह ने यहां ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आपने सरकार बनाने के लिए तो कई चुनाव लड़े हैं। आने वाला चुनाव सरकार बनाने का चुनाव नहीं है।’’ उन्होंने कार्यकर्ताओं को प्रचंड विजय का मंत्र देते हुए कहा, ‘‘आगामी मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में हमारा लक्ष्य 200 से अधिक सीटें जीतने का ही नहीं है, बल्कि इस चुनाव में हमें कांग्रेस को मूल सहित उखाड़ फेंकने के लिए लड़ना है, ताकि ऐसी सूनामी उत्पन्न हो कि इसका असर पश्चिम बंगाल, ओडिशा एवं तमिलनाडु सहित अन्य राज्यों के आगामी चुनावों पर भी पड़े।’’
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)