Video: जिला पंचायत ऑफिस के बाहर दिग्विजय सिंह ने पुलिस से की धक्कामुक्की, पकड़ा अफसर का कॉलर, देखें वायरल वीडियो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 30, 2022 07:29 AM2022-07-30T07:29:55+5:302022-07-30T07:35:51+5:30
भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों पर बोलते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘‘पुलिस धक्का देने की कोशिश कर रही थी जिसे मैं रोकने की कोशिश कर रहा था और जैसा कि मुख्यमंत्री चौहान ने आरोप लगाया मैंने किसी पुलिसकर्मी का कॉलर नहीं पकड़ा।’’
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल जनपद पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और अन्य की पुलिस से तीखी बहस हो गई। यही नहीं दिग्विजय सिंह एक पुलिस वाले का कॉलर भी पकड़ते हुए दिखाई दिए है जिस बात को सिंह ने नकारा है और कहा है कि वे किसी पुलिस कर्मी का कॉलर नहीं पकड़े है। इसके साथ ही कांग्रेस ने चुनाव में ‘‘घोर अनियमितताओं’’ का आरोप लगाया है।
क्या है पूरा मामला
एक वायरल वीडियो में भोपाल में जिला पंचायत कार्यालय के परिसर में एक महिला मतदाता को प्रवेश करने से रोकने की मांग करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पुलिस कर्मियों से तीखी बहस करते दिखाई दे रहे हैं। बाद में उन्होंने दावा किया कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक रामेश्वर शर्मा को परिसर में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश कर रहे थे।
महिला मतदाता के साथ भाजपा के विधायक रामेश्वर शर्मा और शहरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह भी थे। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि महिला कांग्रेस समर्थक थी, लेकिन भाजपा नेताओं ने उस पर दबाव डाला।
दिग्विजय सिंह के व्यवहार पर क्या बोले सीएम शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंह के व्यवहार की निंदा की है। वहीं, दिग्विजय ने कहा, ‘‘पुलिस धक्का देने की कोशिश कर रही थी जिसे मैं रोकने की कोशिश कर रहा था और जैसा कि मुख्यमंत्री चौहान ने आरोप लगाया मैंने किसी पुलिसकर्मी का कॉलर नहीं पकड़ा।’’
#WATCH | Congress MP and senior leader Digvijaya Singh entered into a scuffle with Police personnel and held one of them by their collar earlier today in Bhopal, Madhya Pradesh. pic.twitter.com/IgLVvPvyOx
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 29, 2022
चौहान ने आरोप लगाया कि उन्होंने (सिंह) कलेक्टर कार्यालय के दरवाजे को धक्का दिया, लेकिन सिंह ने कहा कि वह दिन में कभी भी कलेक्टर कार्यालय नहीं गए। दिग्विजय सिंह (75) और एक पुलिसकर्मी को एक-दूसरे को धक्का देते देखा गया।
कांग्रेस ने क्या लगाया आरोप
इस दौरान वहां पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी, कांग्रेस के विधायक पीसी शर्मा और आरिफ मसूद भी मौजूद थे। बाद में, कांग्रेस नेताओं ने राज्य निर्वाचन आयोग को दिए एक ज्ञापन में आरोप लगाया कि जिला पंचायत चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा, स्थानीय प्रशासन और पुलिस द्वारा घोर अनियमितताएं की गईं हैं।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जिला पंचायत सदस्यों को पुलिस सुरक्षा में सरकारी वाहन से मुख्यमंत्री चौहान के आवास और बाद में मतदान केंद्र ले जाया गया। इन मतदाताओं के साथ मंत्री भूपेंद्र सिंह और विश्वास सारंग भी थे और यह चुनाव में धांधली करने का प्रयास था।
चुनाव में धांधली की शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई-कांग्रेस
कांग्रेस ने ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया कि नियमों का उल्लंघन कर जिला पंचायत सदस्यों के स्थान पर ‘‘ टेंडर वोट’’ (मतदाता के प्रतिनिधि द्वारा वोट करना) डाले गए।
ज्ञापन में कहा गया कि बार-बार शिकायत के बावजूद अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई इसलिए कांग्रेस की मांग है की कि भोपाल जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव को रद्द किया जाना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आरोप लगाया कि भाजपा ने घोर अनियमितताओं में लिप्त होकर जिला पंचायत अध्यक्ष का पद जीता है।
सीएम चौहान ने दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री चौहान ने पलटवार करते हुए कहा कि पुलिसकर्मी के साथ दिग्विजय का व्यवहार पूर्व मुख्यमंत्री के कद के अनुरूप नहीं था। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के ‘‘अहंकारी कृत्य’ इस तथ्य का प्रतिबिंब हैं कि कांग्रेस अपना आधार खो रही है।