विदिशा: मध्य प्रदेश के विदिशा में 60 फीट गहरे बोरवेल में गिरे आठ साल के बच्चे की राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) द्वारा बचाए जाने के बाद मौत हो गई। जिला कलेक्टर ने कहा इस पर दुख जताते हुए कहा कि हमने अपनी ओर से पूरी कोशिश की लेकिन अफसोस है कि हम बच्चे को बचा नहीं पाए। 14 मार्च को बच्चा खेलते हुए फिसल कर बोरवेल में जा गिरा था।
विदिशा के जिला कलेक्टर उमा शंकर भार्गव ने एएनआई को बताया, मुख्यमंत्री ने भी दुख व्यक्त किया है और बच्चे के परिवार के लिए 4 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है। कलेक्टर ने यह भी कहा कि इस स्थिति के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एनडीआरएफ की टीम ने बालक लोकेश अहिरवार को कड़ी मशक्कत के बाद बचा लिया। हालांकि जल्द ही उसकी मौत हो गई। अधिकारियों के मुताबिक, 14 मार्च को लड़का बोरवेल में गिर गया था और 43 फीट की गहराई में फंसा था।
इससे पहले विदिशा एएसपी समीर यादव ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि एसडीआरएफ की तीन टीमें और एनडीआरएफ की एक टीम मौके पर बचाव अभियान चला रही है। बोरवेल में उतारे गए कैमरे की मदद से बच्चे की निगरानी की जा रही थी। लड़के को भी ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही थी हालांकि उसतक भोजन नहीं पहुंच पा रहा था।