...जब जयललिता ने करुणानिधि को करवाया था गिरफ्तार
By रामदीप मिश्रा | Published: August 8, 2018 07:37 AM2018-08-08T07:37:42+5:302018-08-08T14:44:33+5:30
करुणानिधि ने 14 साल की उम्र से आंदोलनों और संगठनों में भाग लेना शुरू कर दिया था। उनकी कविताओं, नाटकों और साहित्य में रुचि थी, जिसकी वजह से द्रविड़ियन आंदोलन के दौरान भाषणों में उन्हें आत्मविश्वास मिला था।
चेन्नई, 08 अगस्तः द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि का मंगलवार को निधन हो गया। करुणानिधि दक्षिण भारत की राजनीति के धुरंधर रहे हैं और रिकॉर्ड पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली है। वहीं, करुणानिधि को तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता ने एक भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार करवाया था।
करुणानिधि की जयललिता से तगड़ी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता थी। उन्हें एक बार आधी रात को जयललिता ने गिरफ्तार करवा लिया था। बताया जाता है कि यह गिरफ्तारी जून 2001 में फ्लाईओवर घोटले को लेकर हुई थी।
वहीं, आपको बता दें कि करुणानिधि ने 14 साल की उम्र से आंदोलनों और संगठनों में भाग लेना शुरू कर दिया था। उनकी कविताओं, नाटकों और साहित्य में रुचि थी, जिसकी वजह से द्रविड़ियन आंदोलन के दौरान भाषणों में उन्हें आत्मविश्वास मिला था। इस आंदोलन के चलते साल 1953 में वह गिरफ्तार भी हुए। इस आंदोलन की प्रेरणा से उन्होंने तमिल फिल्म 'परासक्ति' भी बनाई जो तमिल सिनेमा में एक बड़ा मोड़ साबित हुई।
उल्लेखनीय है कि करुणानिधि का निधन मंगलवार शाम 6.10 बजे हुआ। करुणानिधि खराब स्वास्थ्य के कारण 28 जुलाई से ही अस्पताल में भर्ती थे। करुणानिधि की तबीयत लंबे समय से खराब थी। हाल ही में उनको रक्तचाप कम होने के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार को अस्पताल ने बुलटेन जारी करके स्थिति गंभीर बताई थी।
वहीं, करुणानिधि के निधन की खबर सुनने के बाद से उनके समर्थकों के बीच शोक की लहर दौड़ गई है। उनके चाहने वाले अस्पताल के बाहर और भी अलग-अलग जगहों पर रोते बिलखते भी नजर आए। अस्पताल से करुणानिधि के शव को उनके घर पर ले जाया जाएगा। जहां उनको अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। कहा जा रहा है कि उनके सभी बच्चे फिलहाल उनके साथ हैं।
तमिलनाडु ही नहीं बल्कि देश की सियासत के कद्दावर नेता मुत्तुवेल करुणानिधि ऊर्फ एम. करुणानिधि दक्षिण भारत की राजनीति में अपना एक अलग प्रभाव और दबदबा रखते थे। इस राजनेता की राजनीति में पहुंचने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। वे पहले फिल्म पटकथा, लेखक थे और फिल्मी पर्दे पर दर्शायी गई उनकी इन्हीं कहानियों ने उनके लिए राजनीति का रास्ता तैयार किया था।
3 जून 1924 को नागपट्टिनम के तिरुक्कुभलइ में जन्मे करुणानिधि अपने शुरुआती दिनों में वह पटकथा लेखक रहे थे, लेकिन जैसे जैसे वक्त बीता उनका फिल्मों से मोह हट गया। फिर उन्होंने राजनीति में अपने करियर की एक नई शुरुआत की थी।
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