लग्जरी क्रूज गंगा विलास वाराणसी पहुंचा, 13 जनवरी को हरी झंडी दिखाएंगे पीएम मोदी, जानिए इसके सफर के बारे में
By अनिल शर्मा | Published: January 11, 2023 08:03 AM2023-01-11T08:03:16+5:302023-01-11T08:08:03+5:30
गंगा विलास क्रूज वाराणसी से बांग्लादेश होते हुए असम से डिब्रूगढ़ तक दुनिया के सबसे लम्बा यात्रा करेगा। क्रूज में 18 सूट के साथ 80 यात्रियों की क्षमता होगी।
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 13 जनवरी को 'गंगा विलास क्रूज़' को हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे। इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। यह क्रूज 22 दिसंबर को कोलकाता से रवाना हुआ था जो मंगलवार को वाराणसी के रामनगर बंदरगाह पर पहुंचा। रिपोर्ट के मुताबिक गंगा विलास क्रूज को शनिवार ही वाराणसी पहुंचना था लेकिन खराब मौसम की वजह से यह देरी से पहुंचा।
वाराणसी से बांग्लादेश होते हुए असम से डिब्रूगढ़ तक का सफर
क्रूज रामनगर बंदरगाह से संत रविदास घाट तक जाएगा, जहां इसका भव्य स्वागत किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को एमवी गंगा विलास क्रूज यात्रा को वर्चुअली हरी झंडी दिखाएंगे। लग्जरी ट्रिपल-डेक क्रूज दुनिया के सबसे बड़े क्रूज पर यात्रा करेगा। वाराणसी से बांग्लादेश होते हुए असम से डिब्रूगढ़ तक दुनिया के सबसे लम्बा यात्रा करेगा। क्रूज में 18 सूट के साथ 80 यात्रियों की क्षमता होगी।
गंगा विलास क्रूज कुल 3200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक गंगा विलास क्रूज कुल 3200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। क्रूज द्वारा की जाने वाली यह दुनिया की सबसे लंबी यात्रा होगी। सूत्रों के अनुसार यह सफर कुल 50 दिनों का होगा और इस दौरान यह जलयान भारत और बांग्लादेश की 27 नदी प्रणालियों से होकर गुजरेगा।
50 से अधिक जगहों पर रुकेगा क्रूज, जिनमें विश्व विरासत स्थल भी शामिल हैं
बांग्लादेश में यह बांग्लादेश में मेघना, पद्मा और जमुना से होकर गुजरेगा। और फिर असम में ब्रह्मपुत्र में प्रवेश करेगा। रास्ते में यह क्रूज 50 से अधिक जगहों पर रुकेगा, जिनमें विश्व विरासत स्थल भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यह जलयान राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभयारण्यों से भी होकर गुजरेगा, इनमें सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान भी शामिल हैं।