रमजान में मतदान पर चुनाव आयोग का पक्ष, कहा- त्योहार का रखा गया पूरा ध्यान, शुक्रवार को नहीं है वोटिंग
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 11, 2019 04:02 PM2019-03-11T16:02:46+5:302019-03-11T16:02:46+5:30
लोकसभा चुनाव 2019: तीन राज्य बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में मतदान रमजान के महीने में है। ऐसे में मुस्लिम नेताओं और मौलानाओं ने चुनाव आयोग के फैसले पर सवाल उठाए हैं।
रमजान के महीने के दौरान लोकसभा चुनाव के आखिरी तीन चरण के मतदान की तारीखों को लेकर शुरू हुए विवाद के बीच चुनाव आयोग ने अपना पक्ष साफ करते हुए कहा है हमने त्योहार का पूरा ध्यान रखा है। चुनाव आयोग ने प्रतिक्रिया दी है कि किसी भी शुक्रवार या त्योहार के दिन मतदान हमने नहीं रखा है।
चुनाव आयोग ने कहा है, रमजान के पूरे महीने ही चुनाव न हों, ऐसा नहीं हो सकता है। लेकिन किसी भी शुक्रवार को लोकसभा चुनाव नहीं होंगे। चुनाव आयोग ने कहा, 2 जून से पहले नई सरकार का गठन होना जरूरी था। ऐसे में इसे और टाला नहीं जा सकता था। साथ ही एक महीने तक चुनान हों, ऐसा भी संभव नहीं था। इसलिए आयोग ने इस बात का पूरा ध्यान रखा है कि किसी भी शुक्रवार को या त्योहार के दिन चुनाव ना हो।
चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि हमारे पास इसके अलावा और कोई भी विकल्प नहीं था।
Election Commission: During #Ramadan, polls are conducted as full month can not be excluded. However, date of main festival and Fridays are avoided for poll days. #LokSabhaElections2019pic.twitter.com/i6NylD6WVB
— ANI (@ANI) March 11, 2019
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के तारीखों में तीन राज्य बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में मतदान रमजान के महीने में है। ऐसे में मुस्लिम नेताओं और मौलानाओं ने चुनाव आयोग के फैसले पर सवाल उठाए हैं। उनकी मांग है कि चुनान आयोग दिन में बदलाव करें., हालांकि चुनाव आयोग ने अपना पक्ष रखते हुए पूरी बात साफ कर दी है कि वो चुनावों की तारीक में कोई बदलाव नहीं करने वाले हैं।
'रमजान में वोटिंग का विवाद गैरजरूरी': ओवौसी
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने चुनाव आयोग की तारीखों पर कहा है कि मतदान की तारीख होने से वोटिंग प्रतिशत ज्यादा होगा क्योंकि मुस्लिम वोटर पर तमाम दूसरे कामों का बोझ नहीं होगा। ओवैसी ने कुछ मुस्लिम नेताओं के उलट कहा कि इस महीने में मतदान की तारीख होने से वोटिंग प्रतिशत ज्यादा होगा क्योंकि मुस्लिम वोटर पर तमाम दूसरे कामों का बोझ नहीं होगा।
ओवैसी ने कहा, 'पूरा विवाद ही गैरजरूरी है। मैं राजनीतिक पार्टियों से कहना चाहूंगा कि वे कृपया जो भी कारण हों वे मुस्लिम समाज और रमजान का इस्तेमाल नहीं करे।'
धार्मिक विषयों पर सियासत की इजाजत नहीं दी जा सकती: बीजेपी
मुसलमानों के पाक महीने रमजान के दौरान चुनाव कार्यक्रम को लेकर तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी नेताओं की आलोचना पर बीजेपी ने कहा है कि तृणमूल और आप ने काम नहीं किया है, ऐसे में धार्मिक विषयों पर सियासत की इजाजत नहीं दी जा सकती है ।
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि रमज़ान मुसलमानों के लिये फर्ज है, जो रोज़ा रखते हैं, उनकी एक तरह से परीक्षा है। रमज़ान के दौरान भी नौकरीपेशा लोग रोजा रखते हुए काम करते हैं और कोई छुट्टी नहीं लेते।
सात चरण में 11 अप्रैल से 19 मई तक होंगे लोकसभा चुनाव
चुनाव आयोग ने 17वीं लोकसभा का चुनाव सात चरण में, 11 अप्रैल से 19 मई के बीच कराने का फैसला किया है। सातों चरण के मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी।
आगामी लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिये 11 अप्रैल को होने वाले मतदान की अधिसूचना 18 मार्च को जारी की जायेगी। दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल, तीसरे चरण का मतदान 23 अप्रैल, चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल, पांचवें चरण का मतदान 6 मई, छठवें चरण का मतदान 12 मई और सातवें चरण का मतदान 19 मई को होगा।
23 मई को मतगणना के आधार पर चुनाव परिणाम घोषित होगा। समूची चुनाव प्रक्रिया 27 मई को सम्पन्न करने का लक्ष्य तय किया गया है।(पीटीआई इनपुट के साथ)