कौन है 'सट्टा किंग' मार्टिन सैंटियागो? भाजपा को 100 करोड़ रुपये का चंदा देकर एक बार फिर चर्चा में आया
By विशाल कुमार | Published: December 5, 2021 02:48 PM2021-12-05T14:48:11+5:302021-12-05T14:56:28+5:30
प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट के माध्यम से राजनीतिक दलों को चंदा देने वालों में फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज, मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर इंडिया लिमिटेड, भारतीय एयरटेल और फिलिप्स कॉर्बन ब्लैक जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं. फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज ने प्रूडेंट को 100 करोड़ रुपये दिए जिसके मालिक मार्टिन सैंटियागो हैं.
नई दिल्ली: 'सट्टा किंग' के नाम से जाना जाने वाला मार्टिन सैंटियागो तमिलनाडु में हुए हालिया विधानसभा चुनावों से पहले साल 2020-21 में भाजपा को एकमुश्त 100 करोड़ रुपये का चंदा देने के कारण एक बार फिर से चर्चा के केंद्र में है।
दरअसल, प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने साल 2020-21 में राजनीतिक दलों को कुल 245.7 करोड़ रुपये का चंदा दिया जिसमें से करीब 85 फीसदी यानी 209 करोड़ रुपये अकेले भाजपा के खातों में गए. इसके बाद 25 करोड़ रुपये बिहार में भाजपा की सहयोगी जदयू को मिले।
प्रूडेंट ने कांग्रेस और राजद को दो-दो करोड़ रुपये, एनसीपी को पांच करोड़ रुपये, आप को 1.7 करोड़ रुपये और लोजपा को एक करोड़ रुपये दान किए थे।
प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट के माध्यम से राजनीतिक दलों को चंदा देने वालों में फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज, मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर इंडिया लिमिटेड, भारतीय एयरटेल और फिलिप्स कॉर्बन ब्लैक जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
दिलचस्प बात है कि फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज ने प्रूडेंट को 100 करोड़ रुपये दिए जिसके मालिक मार्टिन सैंटियागो हैं।
कौन है 'सट्टा किंग' मार्टिन सैंटियागो
मार्टिन सैंटियागो ने एक दिग्गज कारोबारी है जिसने लॉटरी टिकट छापकर और बेचकर अपना साम्राज्य बनाया। म्यांमार में मजदूरी करने वाले मार्टिन ने साल 1988 में तमिलनाडु में अपना कारोबार शुरू किया और धीरे-धीरे उसे केरल और कर्नाटक तक फैला दिया। हालांकि, साल 2003 में उसे तब तमिलनाडु छोड़ना पड़ा राज्य सरकार ने लॉटरी पर पाबंदी लगा दी।
इसके बाद उसने पूर्वोत्तर में सरकारी लॉटरी योजनाओं को संभालना शुरू कर दिया और आज मॉर्टिन लॉटरी एजेंसिज लिमिटेड के माध्यम से 7000 करोड़ रुपये की कुल कीमत के साथ पूर्वोत्तर में एकमात्र लॉटरी बेचने वाला है। उसने अपना कारोबार नेपाल और भूटान तक भी फैला रखा है। उसका एसएस म्यूजिक नाम का एक म्यूजिक चैनल भी है।
2011 में सीबीआई ने 'सट्टा किंग' के खिलाफ 30 से अधिक मामले दर्ज किए
2011 में सीबीआई ने सिक्किम सरकार को धोखा देने के लिए मार्टिन और उसके करीबी सहयोगियों के खिलाफ 30 से अधिक मामले दर्ज किए।
सीबीआई के अनुसार, मार्टिन ने 2005 से केरल में सिक्किम सरकार की ओर से लॉटरी टिकट बेचकर सिक्किम सरकार से 4,500 करोड़ रुपये की ठगी की। यह मामला अभी भी अदालत में लंबित है और मार्टिन जमानत पर बाहर है।
लगभग सभी प्रमुख राजनीतिक दलों से संबंध
मार्टिन के लगभग सभी राजनीतिक दलों से संबंध बताए जाते हैं और उसके खिलाफ सीबीआई के केसों में देश के नामचीन वकील वकालत कर चुके हैं. इसमें कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी, केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन के करीबी एमके दामोदरन और डीएमके नेता एम. करुणानिधि के कार्यकाल में तत्कालीन महाधिवक्ता पीएम रमन शामिल हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले डीएमके को चंदा देने की खबर छापने पर पार्टी ने अखबार के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
जयललिता के 2011 में मुख्यमंत्री बनने पर मार्टिन को साल 2012 में गिरफ्तार किया गया था और उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। ऐसा भी आरोप है कि मार्टिन ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान टीएमसी की एक बड़ी जनरैली की फंडिंग की थी।
'सट्टा किंग' की पत्नी के साथ मंच साझा कर चुके हैं पीएम नरेंद्र मोदी
मार्टिन के जेल जाने के बाद उनकी पत्नी लीमा रोज ने लॉटरी कारोबार संभाल लिया और आईजीके पार्टी की उपाध्यक्ष रहते हुए साल 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले कोयंबटूर की एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच भी साझा किया था।उनके बेटे चार्ल्स जोस मार्टिन ने भाजपा नेता राम माधन की उपस्थिति में साल 2015 में भाजपा की सदस्यता ली थी।