पत्रकार रजत शर्मा ने याद की अरुण जेटली के साथ पांच दशक पुरानी दोस्ती, कहा- मैंने अपना बड़ा भाई और अच्छा दोस्त खोया, समझ नहीं आता क्या भूलूं, क्या याद रखूं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 24, 2019 03:08 PM2019-08-24T15:08:48+5:302019-08-24T15:08:48+5:30
रजत शर्मा खुद अरुण जेटली से अपनी दोस्ती के बारे में लोगों से किस्से शेयर कर चुके हैं। अफसोस की बात ये है कि जेटली अब दोस्तों की मदद नहीं कर पाएंगे क्योंकि उनका निधन दिल्ली के एम्स अस्पताल में शनिवार को दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर हो गया।
इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने अरुण जेटली के निधन पर शोक व्यक्त किया। रजत शर्मा ने लिखा- अरुण जेटली मेरे परम मित्र थे। हमारी मित्रता पांच दशक पुरानी थी। उनके निधन से मैं मर्माहत हूं। ईश्वर उनके परिवार को दुख की इस घड़ी में शक्ति प्रदान करें। जेटली एक कुशल प्रशासक, एक विज्ञ विधिवेत्ता, और एक निष्कलंक राजनेता थे। परमेश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
एक अन्य ट्वीट में रजत शर्मा ने लिखा- अरुण जेटली के निधन की खबर से एक शून्य जैसा पैदा हो गया है। समझ में नहीं आता क्या भूलूं, क्या याद रखूं । देश के लिए अरुण जी प्रखर नेता, ओजस्वी वक्ता, कुशल प्रशासक, तेज़ तर्रार वकील और निष्कलंक व्यक्तित्व के धनी इंसान थे,
अरुण जेटली के निधन की खबर से एक शून्य जैसा पैदा हो गया है। समझ में नहीं आता क्या भूलूं, क्या याद रखूं । देश के लिए अरुण जी प्रखर नेता, ओजस्वी वक्ता, कुशल प्रशासक, तेज़ तर्रार वकील और निष्कलंक व्यक्तित्व के धनी इंसान थे,
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) August 24, 2019
लेकिन मेरे लिए अरुण जेटली इन सबसे अलग अच्छे दोस्त, मार्गदर्शक और बड़े भाई थे। आज मैंने अपना बड़ा भाई, अपना अच्छा दोस्त खोया है। उनके जाने से पैदा हुआ शून्य कभी नहीं भर पाएगा। ईश्वर अरुण जेटली की पुण्यात्मा को शांति प्रदान करें।
लेकिन मेरे लिए अरुण जेटली इन सबसे अलग अच्छे दोस्त, मार्गदर्शक और बड़े भाई थे। आज मैंने अपना बड़ा भाई, अपना अच्छा दोस्त खोया है। उनके जाने से पैदा हुआ शून्य कभी नहीं भर पाएगा। ईश्वर अरुण जेटली की पुण्यात्मा को शांति प्रदान करें। https://t.co/3kFwaEwvA3
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) August 24, 2019
रजत शर्मा दिवंगत अरुण जेटली से अपनी दोस्ती के किस्से कई बार खुद से बता चुके हैं। इनकी दोस्ती से जुड़ा एक किस्सा और बहुत मशहूर है। दोस्ती के इस किस्से को रजत शर्मा अपने शो आप की अदालत में खुद शेयर कर चुके हैं-
लगभग 45 साल पुरानी बात है जब रजत शर्मा दिल्ली के श्रीराम कॉलेज में एडमिशन मिल गया। कॉलेज में पहले दिन उनकी मुलाकात अरुण जेटली से हुई। अरुण जेटली उस समय कॉलेज यूनियन के अध्यक्ष थे। कॉलेज का पहला दिन था रजत शर्मा फीस जमा करना था और उनके पास फीस के पूरे पैसे नहीं थे। देरी से फीस जमा करने के कारण अकाउंटेंट ने रजत को डांटा और कहा कि इकट्ठे पैसे लेकर आया करो। फीस में जब 4 रुपए कम निकले तो अकाउंटेंट एक बार फिर जोर से उन पर चिल्लाया।
उसी दौरान वहां से अरुण जेटली निकल रहे थे। चिल्लाने की आवाज सुन कर वो आए और अकाउंटेंट को डांटते हुये कहा कि फ्रेशर से ऐसे कैसे बात कर सकते हो। अरुण ने फीस पूरी करने के लिए जेब से 4 रुपए निकालकर रजत को दिए। और फिर कंधे पर हाथ रखकर बोले तुम्हारे पास तो चाय के पैसे भी नहीं होंगे। चलो मैं तुम्हें चाय पिलाता हूं।
उस घटना के बाद दोनों के बीच दोस्ती की गहरी होती चली गई और आगे चलकर यह दोश्ती पारिवारिक रिश्ते में बदल गई। बताया जाता है कि जेटली ने रजत शर्मा की शादी जेटली ने अपने बंगले से ही की थी और बाद में उनके टीवी करियर में भी हमेशा भरोसेमंद दोस्त की तरह साथ निभाते रहे।
डीडीसीए के 14 साल अध्यक्ष रहे थे अरुण जेटली
अरुण जेटली का क्रिकेट से भी नाता रहा और वह 1999 से 2013 तक दिल्ली एंव जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष भी रहे। डीडीसीए अध्यक्ष पद के तौर पर जेटली का नाम विवादों में भी घिरा था। ये विवाद उनके वित्त मंत्री रहने के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा उन पर डीडीसीए में कथिति वित्तीय अनियमितताओं के लिए लगाए गए आरोपों के बाद सुर्खियों में आ गया था।
जेटली ने किया था मानहानि का मुकदमा, केजरीवाल ने मांगी थी माफी
जेटली ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उनका नाम डीडीसीए में कथित वित्तीय अनियमितताओँ में घसीटने के लिए उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर किया था।
इस मामले में रजत शर्मा ने उनकी ईमानदारी और प्रतिष्ठा का हलफनामा कोर्ट में दिया था। इस पर एक पत्रकार और एक सत्ताधारी राजनेता के बीच के रिश्ते पर सवाल भी खड़े हुए थे। यह सवाल लंबे समय से बहस का विषय बना रहा था।