इंदौर लोकसभा सीट: जाल सभागृह में है जिले का पहला एयरकूल्ड मतदान केंद्र, वोटर्स के लिए है चाय-कॉफी और ठंडाई की व्यवस्था
By मुकेश मिश्रा | Published: May 19, 2019 09:36 AM2019-05-19T09:36:13+5:302019-05-19T09:41:31+5:30
इसी कड़ी में जाल सभागृह में जिले का पहला और इकलौता एयरकूल्ड मतदान केंद्र भी बनकर तैयार किया गया है। इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन, नगर निगम और प्रशासन की मदद से यह केंद्र बनकर तैयार हुआ है।
इंदौर संसदीय सीट पर सातवें और आखिरी चरण में 19 मई को वोटिंग जारी है। इस बार मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को अधिक से अधिक सुविधाएं देने के लिए प्रशासन ने व्यवस्थाएं की है।
इसी कड़ी में जाल सभागृह में जिले का पहला और इकलौता एयरकूल्ड मतदान केंद्र भी बनकर तैयार किया गया है। इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन, नगर निगम और प्रशासन की मदद से यह केंद्र बनकर तैयार हुआ है।
यहां पर पूरी तरह से एयरकूल्ड व्यवस्था के साथ ही किड जोन, सेफ्टी लॉकर, एंबुलेंस व्यवस्था, आरओ पेयजल, चाय-कॉफी के साथ ही ठंडाई, दूध, बिस्किट की व्यवस्था की गई है। आईएमए के प्रेसीडेंट संतोष मुछाल ने कहा कि दिव्यांग और निशक्तजन जो केंद्र पर नहीं आ सकते, उनके लिए वाहन व्यवस्था भी की गई है।
कांग्रेस का उत्साह मौजूदा लोकसभा चुनावों में उफान पर
पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान 15 साल बाद सूबे की सत्ता में लौटी कांग्रेस का उत्साह मौजूदा लोकसभा चुनावों में उफान पर है। हालांकि, सियासी आलोचकों का मानना है कि कांग्रेस के लिये इंदौर लोकसभा क्षेत्र में भाजपा का 30 साल पुराना गढ़ भेदना इतना आसान नहीं है।
प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक और वाणिज्यिक क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जड़ें भी मजबूत मानी जाती हैं। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन (76) इंदौर से वर्ष 1989 से 2014 के बीच लगातार आठ बार चुनाव जीत चुकी हैं।
लेकिन 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को चुनाव नहीं लड़ाने के भाजपा के नीतिगत निर्णय को लेकर मीडिया में खबरें आने के बाद उन्होंने पांच अप्रैल को खुद घोषणा की थी कि वह इस बार बतौर उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगी। लम्बी उहापोह के बाद भाजपा ने लालवानी को महाजन का चुनावी उत्तराधिकारी बनाते हुए इंदौर से टिकट दिया।