लोकमत पार्लियामेंट्री अवार्ड्स 2018: शरद पवार को मिला लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड, जानें इनका राजनीतिक सफर
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: December 14, 2018 08:10 AM2018-12-14T08:10:09+5:302018-12-14T08:11:00+5:30
शरद पवार राजनेता, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के संस्थापक और अध्यक्ष, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। कृषि मंत्री शरद पवार का जन्म 12 दिसंबर 1940 को हुआ था।
लोकमत पार्लियामेंट्री अवार्ड 2018 में राज्य सभा के सांसद शरद पवार को लाइट टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया। शरद पवार राजनेता, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के संस्थापक और अध्यक्ष, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। कृषि मंत्री शरद पवार का जन्म 12 दिसंबर 1940 को हुआ था। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष हैं। शरद पवार, तारिक अनवर और पीए संगमा ने इस पार्टी की स्थापना की थी, ये तीनों राजनीतिज्ञ पहले कांग्रेस पार्टी से संबंधित थे।
राजनीतिक करियर
एक प्रभावशाली नेता के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले शरद पवार केंद्र सरकार में भी रक्षा और कृषि मंत्री रह चुके हैं। सन 1967 में शरद पवार कांग्रेस पार्टी के टिकट पर बारामती विधान सभा क्षेत्र से चुनकर पहली बार महाराष्ट्र विधान सभा पहुंचे थे। इसके बाद सन 1978 में पवार ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और जनता पार्टी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में एक गठबंधन सरकार बनायी और पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री बन गए। फिर सन 1980 में सत्ता में वापसी के बाद इंदिरा गाँधी सरकार ने महाराष्ट्र सरकार को बर्खास्त कर दिया।
उन्होंने सन 1985 में हुए विधान सभा चुनाव में भी जीत अर्जित की और राज्य की राजनीति में ध्यान केन्द्रित करने के लिए लोक सभा सीट से त्यागपत्र दे दिया। विधान सभा चुनाव में भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस (सोशलिस्ट) को 288 में से 54 सीटें मिली और शरद पवार विपक्ष के नेता चुने गए।साल 1987 में शरद पवार कांग्रेस पार्टी में वापस आ गए।
जिसके बाद जून 1988 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री शंकरराव चौहान को केन्द्रीय वित्त मंत्री बना दिया जिसके बाद शरद पवार राज्य के मुख्यमंत्री बनाये गए। सन 1989 के लोक सभा चुनाव में महाराष्ट्र के कुल 48 सीटों में से कांग्रेस ने 28 सीटों पर विजय हासिल की। शरद पवार ने 12 निर्दलीय विधायकों से समर्थन लेकर सरकार बनायीं और मुख्यमंत्री बने।
साल 1996 के लोक सभा चुनाव तक शरद पवार राज्य विधान सभा में बिपक्ष के नेता रहे और लोक सभा चुनाव में जीत के बाद उन्होंने विधान सभा से त्यागपत्र दे दिया। सन 2004 लोक सभा चुन्नव के बाद शरद पवार यू.पी.ए. गठबंधन सरकार में शामिल हुए और उन्हें कृषि मंत्री बनाया गया।