लोकसभा चुनावः कांग्रेस के लिए पाॅलिटिकल चांस, बीजेपी के लिए चुनावी चुनौती?
By प्रदीप द्विवेदी | Published: May 5, 2019 06:41 PM2019-05-05T18:41:50+5:302019-05-05T18:41:50+5:30
राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटों में से 2014 के चुनावों में बीजेपी ने सभी 25 सीटें जीत ली थी, इसलिए यह चुनाव जहां कांग्रेस के लिए अधिक-से-अधिक सीटें हांसिल करने का बेहतर अवसर है, वहीं बीजेपी के लिए सभी सीटें बचाने की बड़ी चुनौती है.
लोकसभा चुनाव के राजस्थान में अंतिम चरण में 6 मई को शेष बची 12 लोस सीटों पर मतदान होगा. इससे पहले 29 अप्रैल को पहले चरण में 13 सीटों पर मतदान हो चुका है. राजस्थान में जिन 12 सीटों पर मतदान होगा, वे हैं- जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर, जहां कुल 134 उम्मीदवार चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं।
क्योंकि, राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटों में से 2014 के चुनावों में बीजेपी ने सभी 25 सीटें जीत ली थी, इसलिए यह चुनाव जहां कांग्रेस के लिए अधिक-से-अधिक सीटें हांसिल करने का बेहतर अवसर है, वहीं बीजेपी के लिए सभी सीटें बचाने की बड़ी चुनौती है.
इस चरण में बीजेपी के दो केन्द्रीय मंत्री के सामने भी 2014 की जीत दोहराने की चुनौती है. केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल बीकानेर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस के मदन गोपाल मेघवाल से है.
इसी तरह, जयपुर ग्रामीण सीट से केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उन्हें कांग्रेस विधायक कृष्ण पूनिया चुनौती दे रही हैं.
जयपुर शहर में कांग्रेस की ज्योति खंडेलवाल और बीजेपी के रामचरण बोहरा के बीच फैसला होना है.
दौसा में दो महिला नेताओं की दिलचस्प चुनावी जंग है. बीजेपी ने यहां से जसकौर मीणा को टिकट दिया है, तो कांग्रेस ने सविता मीणा को चुनावी मैदान में उतारा है.
उधर, अलवर में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव जितेंद्र सिंह मैदान में हैं, जिनका बीजेपी उम्मीदवार मस्तनाथ मठ, रोहतक, हरियाणा के महंत बाबा बालकनाथ से मुकाबला है.
लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद एनडीए में शामिल होने वाले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल नागौर लोस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां कांग्रेस से ज्योति मिर्धा उम्मीदवार हैं.
श्रीगंगानगर सीट पर बीजेपी के निहालचंद मेघवाल और कांग्रेस के भरत मेघवाल के बीच मुकाबला है, तो झुझुनूं में कांग्रेस ने श्रवण कुमार और बीजेपी ने नरेंद्र खीचड़ के बीच चुनावी जंग है.
करौली-धौलपुर में बीजेपी के मनोज राजोरिया एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं, वहीं कांग्रेस की ओर से संजय जाटव को चुनावी मैदान में उतारा गया है.
चुनाव के इस चरण में जाट, मीणा और गुर्जर मतदाताओं की विशेष भूमिका है, देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस या बीजेपी, दोनों में से कौनसी पार्टी जाति समीकरण को साधने में सफल हो पाती है?