गांधी के फेर में फंसे राहुल! वायनाड सीट पर 'राहुल गांधी' समेत 3 गांधी से भी होगी टक्कर
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 7, 2019 08:08 AM2019-04-07T08:08:31+5:302019-04-07T08:08:31+5:30
वायनाड में कांग्रेस अध्यक्ष का मुकाबला अपने कड़े प्रतिद्वंद्वियों के साथ ही अपने जैसे नाम-उपनाम वाले उम्मीदवारों के साथ भी है. कांग्रेस उम्मीदवार राहुल गांधी के अलावा यहां राहुल गांधी, राघुल गांधी और के.वी. शिवप्रसाद गांधी भी मैदान में हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में केरल के वायनाड से भी पर्चा भरा है, लेकिन वे यहां 'गांधी' के फेर में फंस गए हैं. दरअसल, वायनाड में कांग्रेस अध्यक्ष का मुकाबला अपने कड़े प्रतिद्वंद्वियों के साथ ही अपने जैसे नाम-उपनाम वाले उम्मीदवारों के साथ भी है. कांग्रेस उम्मीदवार राहुल गांधी के अलावा यहां राहुल गांधी, राघुल गांधी और के.वी. शिवप्रसाद गांधी भी मैदान में हैं. यहां 23 अप्रैल को मतदान होना है.
गुरुवार को राहुल गांधी केई (33) ने यहां से बतौर निर्दलीय पर्चा भरा. कोट्टायम के एरुमेली के निवासी राहुल गांधी केई लोक संगीत के शोधकर्ता हैं. उनके छोटे भाई का नाम 'राजीव गांधी केई' है, जो माकपा समर्थक हैं. उनके पिता कांग्रेसी थे. वायनाड से 30 वर्षीय राघुल गांधी ने भी पर्चा भरा है. वे कोयंबटूर से हैं और एआईएमके के प्रत्याशी हैं. उनके पिता कृष्णन पी. कांग्रेसी नेता थे, जो बाद में अन्नाद्रमुक में चले गए थे.
राघुल की बहन का नाम 'इंदिरा प्रियदर्शिनी' है. राहुल गांधी की के.एम. शिवप्रसाद गांधी से भी टक्कर है. त्रिशूर के निवासी 40 वर्षीय शिवप्रसाद संस्कृत शिक्षक हैं. वे भारतीय गांधीवादी पार्टी के उम्मीदवार हैं. उनके पिता के.के. मुकुंदन कांग्रेस कार्यकर्ता थे.
वोटर हो जाते हैं भ्रमित
समान नाम उपनाम वाले उम्मीदवारों की वजह से अक्सर मतदाता भ्रमित हो जाता है. इसी बात के मद्देनजर चुनाव आयोग ने इस बार पहली बार ईवीएम पर उम्मीदवारों की तस्वीरें लगाने का ऐलान किया है.