Lok Sabha Elections 2024: "राहुल गांधी राजनीति के साथ शतरंज के भी मंझे हुए खिलाड़ी हैं, अभी कुछ चालें बाकी हैं", जयराम रमेश के बयान से बढ़ा भाजपा का ब्लडप्रेशर
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: May 3, 2024 14:16 IST2024-05-03T14:12:48+5:302024-05-03T14:16:34+5:30
जयराम रमेश ने राहुल गांधी की अमेठी के बजाय रायबरेली से उम्मीदवारी को लेकर कहा कि वो राजनीति और शतरंज के मंझे हुए खिलाड़ी हैं। इसलिए बहुत सोच-विचारकर ही अपनी चाल चलते हैं।

फाइल फोटो
नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को राहुल गांधी की अमेठी के बजाय रायबरेली से उम्मीदवारी को लेकर राजनीतिक हलकों में उठे भारी हंगामे के बीच कहा कि यह पार्टी का तयशुदा कदम है और इस फैसले को लेते समय अन्य सभी पहलूओं को देखा गया था।
कांग्रेस आईटी सेल के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के इस कदम ने भारतीय जनता पार्टी में बेहद खलबली मचा दी है, जो अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटों में गहरी नजर रख रही थी।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर किये एक पोस्ट में कहा, "राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की खबर पर कई लोगों की कई अलग-अलग राय है। लेकिन राहुल गांधी राजनीति और शतरंज के मंझे हुए खिलाड़ी हैं। वह बहुत सोच-विचारकर ही अपनी चाल चलते हैं। कांग्रेस नेतृत्व ने बहुत विचार-विमर्श और रणनीति के बाद यह निर्णय लिया है। इस निर्णय ने भाजपा, उसके समर्थकों और चाटुकारों को तबाह कर दिया है।''
राहुल गांधी जी की रायबरेली से चुनाव लड़ने की खबर पर बहुत सारे लोगों की बहुत सारी राय हैं।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 3, 2024
लेकिन वह राजनीति और शतरंज के मंजे हुए खिलाड़ी हैं। और सोच समझ कर दांव चलते हैं। ऐसा निर्णय पार्टी के नेतृत्व ने बहुत विचार विमर्श करके बड़ी रणनीति के तहत लिया है। इस निर्णय से BJP, उनके…
जयराम रमेश ने कहा, "रायबरेली न केवल सोनिया जी की सीट रही है बल्कि यह इंदिरा गांधी की भी सीट रही है। कांग्रेस के लिए यह कोई विरासत नहीं बल्कि जिम्मेदारी की सीट है।"
रमेश ने कहा कि केवल अमेठी-रायबरेली की सीट गांधी परिवार का गढ़ नहीं है, उत्तर से दक्षिण तक पूरा देश गांधी परिवार का गढ़ है। राहुल गांधी उत्तर प्रदेश से तीन बार और केरल से एक बार सांसद बन चुके हैं। अगर मोदीजी में हिम्मत है तो विंध्याचल से नीचे चुनाव क्यों नहीं लड़ते हैं।
कांग्रेस के वफादार केएल शर्मा को अमेठी से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किए जाने पर रमेश ने कहा कि कांग्रेस का 'एक साधारण कार्यकर्ता' अमेठी में भाजपा के भ्रम और अहंकार दोनों को तोड़ देगा।
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची में प्रियंका गांधी का नाम न होने पर उन्होंने कहा कि वह कोई भी उपचुनाव लड़कर सदन में पहुंच सकती हैं।
मौजूदा अमेठी सांसद स्मृति ईरानी पर हमला बोलते हुए रमेश ने लिखा, "आज स्मृति ईरानी की एकमात्र पहचान यह है कि वह राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़ती हैं। स्मृति ईरानी अब अपनी प्रसिद्धि बढ़ा रही हैं। अब बेकार बयान देने के बजाय स्मृति ईरानी को स्थानीय विकास, बंद अस्पतालों, इस्पात संयंत्र और आईआईआईटी के बारे में जवाब देना चाहिए।"
मालूम हो कि कांग्रेस द्वारा अमेठी और रायबरेली से अपनी उम्मीदवारी रोकने के बाद पार्टी ने शुक्रवार को दोनों सीटों से अपने उम्मीदवारों की घोषणा की। कांग्रेस ने राहुल गांधी को रायबरेली से चुनावी मैदान में उतारा गया है, जबकि पार्टी के वफादार केएल शर्मा को अमेठी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार घोषित किया गया है।