Lok Sabha Elections: मैं अब एक स्वतंत्र पंछी हूं, तृणमूल कांग्रेस के विधायक तापस रॉय ने दिया इस्तीफा, इस बात से खफा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 4, 2024 03:09 PM2024-03-04T15:09:35+5:302024-03-04T17:33:49+5:30
Lok Sabha Elections 2024: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनके आवास पर जनवरी में छापा मारे जाने पर उनके साथ खड़े नहीं होने के लिए नेतृत्व की आलोचना की।
Lok Sabha Elections 2024: तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तापस रॉय ने पार्टी की कार्यप्रणाली पर निराशा व्यक्त करते हुए सोमवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। रॉय ने ऐसे समय में इस्तीफा दिया है, जब देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने विधायक पद से अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिया है।’’ संवाददाताओं से बातचीत के दौरान रॉय ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनके आवास पर जनवरी में छापा मारे जाने के समय उनके साथ खड़े नहीं होने के लिए पार्टी नेतृत्व की आलोचना की।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस के उप मुख्य सचेतक और बड़ानगर सीट से विधायक रॉय ने सोमवार अपराह्न अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को सौंप दिया। इससे पहले उन्होंने पार्टी के प्रति अपनी गहरी निराशा व्यक्त की और पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी पर ‘‘बुरे वक्त’’ में उनका साथ छोड़ने का आरोप लगाया।
VIDEO | Here’s what West Bengal Speaker Biman Banerjee said Tapas Roy’s resignation as TMC MLA.
— Press Trust of India (@PTI_News) March 4, 2024
“Tapas Roy came here and has submitted his resignation. I am examining it on the perspective of the rules framed under the ‘West Bengal Rules and Procedures on Contract of Business’.… pic.twitter.com/bT5ccqZYNg
रॉय के इस्तीफे के बाद इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि रॉय भाजपा में शामिल होंगे या राज्य के किसी अन्य विपक्षी दल का दामन थामेंगे। रॉय ने कहा कि वह इस सबंध में ‘‘उचित समय’’ पर निर्णय लेंगे। रॉय को समझाने के अपने आखिरी प्रयास में मंत्री ब्रत्य बसु और पूर्व तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष सोमवार सुबह उनके आवास पर पहुंचे।
इसके बावजूद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। रॉय का उत्तरी कोलकाता क्षेत्र से पार्टी के सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय के साथ कथित तौर पर मतभेद चल रहा है और वह पिछले कुछ समय से पार्टी कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए थे।
रॉय ने मध्य कोलकाता में अपने आवास पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए इस साल 12 जनवरी को ईडी के छापे के बाद उनके साथ खड़े नहीं होने के लिए पार्टी नेतृत्व की आलोचना की। रॉय ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि ईडी शाहजहां शेख को निशाना बना रही है। मैं उम्मीद कर रहा था कि वह मेरे घर पर छापे के बारे में भी एक या दो शब्द बोलेंगी, लेकिन उन्होंने एक शब्द भी नहीं बोला।’’