लोकसभा चुनाव 2024ः बीजेपी ने 80 संसदीय सीटों पर सर्वे कराने का फैसला किया, एक तिहाई सांसदों का कटेगा टिकट, देखें लिस्ट में किसका-किसका नाम!
By राजेंद्र कुमार | Published: May 29, 2023 06:56 PM2023-05-29T18:56:01+5:302023-05-29T18:57:19+5:30
Lok Sabha Elections 2024: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के अनुसार, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विभिन्न मुद्दों पर सर्वे हो रहा है और सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ही चुनाव की रणनीति तय होगी.
लखनऊः उत्तर प्रदेश में सभी 80 संसदीय सीटें जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की चुनावी तैयारियां शुरू हो गई है. भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने सूबे की 80 संसदीय सीटें जीतने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए बीते लोकसभा चुनावों में जीते एक तिहाई सांसदों के टिकट काटने का फैसला किया है.
पार्टी की इस रणनीति पर कोई हंगामा ना हो इसके लिए सूबे की सभी 80 संसदीय सीटों पर सर्वे कराया जा रहा है. तीन स्तरीय इस सर्वे के आधार पर सांसदों के टिकट काटे जाएंगे. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के अनुसार, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विभिन्न मुद्दों पर सर्वे हो रहा है और सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ही चुनाव की रणनीति तय होगी.
भाजपा नेताओं का कहना है कि वर्ष 2024 में फिर केंद्र की सत्ता को बनाए रखने के लिए पार्टी ने यूपी की सियासी जमीन को अधिक 'उपजाऊ' बनाने की कसरत शुरू कर दी है. इसके तहत पार्टी विभिन्न अभियानों और जनसंपर्कों के जरिए उन सांसदों की भी स्कैनिंग कर रही है जिनके फीडबैक बहुत खराब हैं.
ऐसे सांसदों के टिकट कटेंगे, यह तय हो चुका है. अब चूंकि पार्टी ने लोकसभा चुनाव में यूपी की सभी 80 सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा है, इसलिए यूपी की एक-एक सीट पर प्रत्याशी का चयन बेहद महत्वपूर्ण है. इसलिए सावधानी बरतते हुए पार्टी हर सीट पर सर्वे करा रही है.
तीन स्तरीय इस सर्वे में सर्वे टीम के सदस्य अपनी पहचान छुपाते हुए प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में जाकर मौजूदा सांसद की छवि, क्षेत्र में उसकी उपस्थिति, जनता से व्यवहार को लेकर अन्य जानकारी एकत्र कर रहे हैं. इसके साथ ही प्रत्याशी बदलने पर चुनावी स्थिति, संभावित दावेदार, जातीय समीकरण का भी आकलन किया जा रहा है.
बताया जा रहा है कि सर्वे में जनता के बीच चुनावी मुद्दे, मोदी-योगी सरकार की योजनाओं की उपलब्धियों का असर, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर सहित राष्ट्रवाद के अन्य मुद्दों का जनता के बीच राजनीतिक प्रभाव की भी जानकारी जुटाई जा रही है. सर्वे के लिए नियुक्त एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी भाजपा मुख्यालय के प्रमुख नेताओं के संपर्क में हैं. सर्वे टीम अपनी सर्वे रिपोर्ट पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह को सौंपेगी.
इन सांसदों के टिकट कटने की चर्चा:
पार्टी द्वारा कराए जा रहे इस सर्वे के चलते अब पार्टी दफ्तर में यह चर्चा है कि 75 वर्ष की आयु करने वाले कानपुर से पार्टी के सांसद सत्यदेव पचौरी, देवरिया के सांसद रमापति राम त्रिपाठी, बरेली के सांसद संतोष गंगवार, मथुरा की सांसद हेमा मालिनी, प्रयागराज की सांसद रीता बहुगुणा जोशी, डुमरियागंज से जगद्मिबका पाल, बागपत से सत्यपाल सिंह और पार्टी में सक्रिय नहीं रहने के कारण पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी तथा पहलवानों के साथ विवादों में कैसरगंज से पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट कटेगा.
इसके लिए सर्वे की रिपोर्ट को आधार बनाया जाएगा. बताया जा रहा है कि तीन स्तरीय जो सर्वे कराया जा रहा है, उसमें जिन दो सर्वे में दावेदारों के नाम आएंगे उन्हे पैनल में जगह मिलेगी और प्रत्याशी चयन में उन्हीं के नामों पर विचार किया जाएगा. फिर तीनों सर्वे की रिपोर्ट को मिलाकर पार्टी का चुनाव का रोडमैप तैयार करेगी.