यूपी: चंदौली में भी ईवीएम लदे ट्रक को रोककर हंगामा, वोटिंग मशीनों को बदलने का आरोप
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: May 21, 2019 06:02 PM2019-05-21T18:02:25+5:302019-05-21T18:09:19+5:30
अधिकारी ने कहा कि ट्रक में अतिरिक्त वोटिंग मशीनें ही हैं जिन्हें इस्तेमाल में नहीं लाया गया था और उन्हें यहां रखा जा रहा है। विपक्षी नेताओं ने अधिकारी की बात नहीं मानी और मांग की कि ईवीएम को किसी दूसरी जगह रखवाया जाए और वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जाए। आखिर में सभी ईवीएम को कलेक्ट्रेट में रखवाया गया।
लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर हंगामा जोर पकड़ता जा रहा है। उत्तर प्रदेश के चंदौली में नवीन कृषि मंडी में बनाए गए स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर सपा-बसपा और कांग्रेस नेताओं ने उस वक्त जमकर हंगामा किया जब ईवीएम से भरे ट्रक को स्ट्रॉन्ग रूम में जाते देखा। विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर और चुनाव आयोग पर ईवीएम बदलने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
घटना सोमवार (20 मई) शाम करीब पांच बजे की है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक विपक्षी दलों के नेताओं ने ईवीएम से भरे ट्रक को भीतर नहीं जाने दिया। हंगामे की खबर लगते ही जिला निर्वाचन अधिकारी नवनीत सिंह चहल कुछ अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और नेताओं को समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि सकलडीहा तहसील में 35 अतिरिक्त वोटिंग मशीनें रखी गई थी जिन्हें रविवार को मतदान खत्म होने के बाद नहीं लाया जा सका था।
अधिकारी ने कहा कि ट्रक में अतिरिक्त वोटिंग मशीनें ही हैं जिन्हें इस्तेमाल में नहीं लाया गया था और उन्हें यहां रखा जा रहा है। विपक्षी नेताओं ने अधिकारी की बात नहीं मानी और मांग की कि ईवीएम को किसी दूसरी जगह रखवाया जाए और वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जाए। आखिर में सभी ईवीएम को कलेक्ट्रेट में रखवाया गया।
सोमवार को बिहार से भी खबर आई थी कि राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ईवीएम से भरी एक गाड़ी सारण और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र में पकड़ी है। इस घटना को लेकर आरजेडी के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट भी किया गया था। ट्वीट में लिखा गया था, ''अभी-अभी बिहार के सारण और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र स्ट्रोंग रूम के आस-पास मँडरा रही EVM से भरी एक गाड़ी जो शायद अंदर घुसने के फिराक में थी। उसे राजद-कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पकड़ा। साथ मे सदर BDO भी थे जिनके पास कोई जवाब नहीं है। सवाल उठना लाजिमी है? छपरा प्रशासन का कैसा खेल?''
इसके अलावा यूपी के मऊ और गाजीपुर से भी ईवीएम को लेकर हंगामे की खबरें आईं। मऊ में पुलिस को बसपा प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। गाजीपुर में भी पुलिस और बसपा समर्थकों के बीच संघर्ष देखा गया।
बता दें कि विपक्षी दल ईवीएम में धांधली का आरोप लगा रहे हैं। मंगलवार (21 मई) को दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में 19 विपक्षी दलों के नेताओं ने इस मुद्दे और चुनाव नतीजे बाद के सियासी समीकरणों को लेकर बैठक की और फिर चुनाव आयोग का कूच किया।
चुनाव आयोग ने बुधवार सुबह विपक्षी दलों को फिर से मिलने के लिए बुलाया है। वहीं, ईवीएम को लेकर विपक्षी दलों द्वारा उठाई जा रही आवाज को लेकर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने चिंता प्रकट की है। उन्होंने कहा कि ईवीएम चुनाव आयोग जिम्मेदारी है और उसे लेकर अटकलों की कोई जगह नहीं होनी चाहिए क्योंकि यही लोकतंत्र की बुनियाद है।