मथुरा में विकास कार्य कराने में कभी नहीं सोचा कि इसका लाभ हिन्दू को मिलेगा या मुसलमान को: हेमा मालिनी
By भाषा | Published: April 13, 2019 04:34 PM2019-04-13T16:34:25+5:302019-04-13T17:14:30+5:30
लोकसभा चुनाव 2019 में हेमा मालिनी मथुरा लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार हैं। हेमा मालिनी ने 2014 के आम चुनाव में जीत हासिल की थी। हाल ही में नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री मेनका गांधी का एक वीडियो वायरल हो गया था जिसमें वह कह रही थीं कि अगर मुसलमान उन्हें वोट नहीं देंगे तो उन्हें उनके पास काम के लिए आने का भी हक नहीं है।
लोकसभा चुनाव के माध्यम से संसद में एक बार फिर पहुंचने का प्रयास कर रही भाजपा की मथुरा से सांसद एवं उम्मीदवार हेमामालिनी की मुस्लिम मतदाताओं के मामले में सोच महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी से बिल्कुल अलग है।
मथुरा से अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हेमामालिनी ने बतौर भाजपा प्रत्याशी मुस्लिम मतों के मिलने, अथवा न मिलने के सवाल पर कहा, ‘मैंने अपने क्षेत्र में बहुत से काम कराए हैं। जिन्हें तय करते वक्त कभी यह नहीं सोचा कि इससे हिन्दू को फायदा मिलेगा या मुस्लिम को। सरकार ने भी गरीबों के हित की कई योजनाएं प्रारम्भ की हैं। जिनसे सभी को फायदा मिलेगा।’
हेमा ने कहा, ‘ऐसे में यह सवाल उठाने का कोई औचित्य नहीं कि कौन किसको वोट देगा। हमारी सरकार ने धर्म या जाति के आधार पर विकास कार्य नहीं किए। जनता भी इन चीजों को अच्छे से समझने लगी है। आज पूरी व्यवस्था बदल रही है। लोग सिर्फ विकास चाहते हैं। जातिगत राजनीति अब नहीं चलने वाली। मुझे भरोसा है कि लोग हमारा समर्थन जरूर करेंगे।’
हेमामालिनी ने कहा कि उन्होंने जो अच्छे काम अपने संसदीय क्षेत्र में किए हैं, उसकी बदौलत यहां की जनता उन्हें एक बार फिर संसद तक अवश्य पहुंचाएगी। उधर, पीलीभीत से सांसद मेनका गांधी को इस बार सुल्तानपुर से उम्मीदवार बनाया गया है। उन्होंने कथित रूप से वहां की एक जनसभा के दौरान कहा कि हम महात्मा गांधी की संतान नहीं हैं कि हम बस चीजें देते रहें और बदले में हमें कुछ नहीं मिले।
संभवतः उनका इशारा मुस्लिम मतदाताओं की ओर था, जिनके बारे में माना जाता है कि वे लोग भाजपा को वोट नहीं देते। मेनका के बयान को धार्मिक भावनाएं भड़काने वाला करार देते हुए कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से शिकायत की, जिस पर उनसे तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।
हेमा मालिनी ने साल 2014 में रालोद नेता जयंत चौधरी को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। जयंत चौधरी जाट नेता अजित सिंह के बेटे और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते हैं।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने हेमा मालिनी को मथुरा से उतारा हैं वहीं सपा, बसपा और रालोद ने कुवँर नरेंद्र सिंह को गठबंधन का उम्मीदवार बनाया है।