लोकसभा चुनाव 2019: सलाखों के पीछे रहते हुए भी लालू यादव बने हैं बिहार की राजनीति में केंद्र बिंदु
By एस पी सिन्हा | Published: April 9, 2019 09:29 AM2019-04-09T09:29:18+5:302019-04-09T09:29:18+5:30
लालू के अलावा शाहाबुद्दीन, राजबल्लभ, प्रभुनाथ सिंह और आनंद मोहन भी जेल में हैं. इसमें तीन नेता कभी लालू के सिपहसालार रहे हैं.
लोकसभा चुनाव के दौरान राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव भले ही इस समय जेल में हैं, लेकिन महागठबंधन की सारी रणनीति उनके ईद-गिर्द ही घूम रही है. जेल में रहते हुए भी लालू ने पार्टी प्रत्याशियों को सिंबल बांटा है. ऐसा आरोप विरोधियों का भी है.
लालू के अलावा शाहाबुद्दीन, राजबल्लभ, प्रभुनाथ सिंह और आनंद मोहन भी जेल में हैं. इसमें तीन नेता कभी लालू के सिपहसालार रहे हैं. उनमें दो (शहाबुद्दीन और राजबल्लभ) की बीवी और एक (प्रभुनाथ सिंह) का बेटा चुनाव मैदान में हैं. पांचवें धुरंधर आनंद मोहन हैं, जिनकी पत्नी लवली आनंद शिवहर से चुनाव लड़ने वाली हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक जेल में बंद लालू द्वारा चुनाव को कंट्रोल करने पर पर चिंता जता चुके हैं. कुछ ऐसी ही शिकायत सीवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन, महाराजगंज के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह, शिवहर के पूर्व सांसद आनंद मोहन और नवादा के पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव से भी है. इन किरदारों की तरह चंदेश्वर प्रसाद वर्मा भी सवालों के घेरे में हैं. वे बालिका गृह कांड को लेकर विवादों में आई राज्य की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के पति हैं.
सीवान लोकसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद और बाहुबली मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को महागठबंधन ने उम्मीदवार घोषित किया है. हिना शहाब के लिए जेल से ही शाहाबुद्दीन चुनाव प्रचार को संचालित कर रहे हैं.
महाराजगंज के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह विधायक अशोक सिंह की हत्या के मामले में हजारीबाग जेल में हैं, वहीं उनका बेटा रणधीर कुमार सिंह महाराजगंज सीट से महागठबंधन के प्रत्याशी हैं. सूत्रों के अनुसार प्रभुनाथ हजारीबाग से एंड़ी-चोटी का जोर लगाकर बेटे को लोकसभा में भेजने का प्रयास कर रहे हैं.
वहीं, गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया की हत्या के मामले में पूर्व सांसद आनंद मोहन सहरसा जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. उनकी पत्नी लवली आनंद शिवहर से निर्दलीय उम्मीदवार हैं. आनंद मोहन के कई समर्थक लगातार उनके संपर्क में हैं.