लोकसभा चुनाव 2019: क्या दिल्ली में BJP को हराने के लिए कांग्रेस-आप कर रही है एक-दूसरे की मदद
By निखिल वर्मा | Published: May 9, 2019 04:33 PM2019-05-09T16:33:19+5:302019-05-09T16:35:37+5:30
लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही थी, लेकिन मतभेद की वजह से इस पर सहमति नहीं बनी। दोनों पार्टियां सभी सातों सीटों पर अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं।
उत्तर प्रदेश में अमेठी-रायबरेली में रैली के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा था कि उनके कमजोर उम्मीदवार बीजेपी का वोट काट रहे हैं। जहां कांग्रेस मजबूत है वहां हम बीजेपी को हरा रहे हैं। दिल्ली में कुछ ऐसी ही स्थिति देखने को मिलने रही है। यहां गठबंधन नहीं होने के बावजूद कांग्रेस-आप एक-दूसरे की मदद करती हुई दिख रही है।
दक्षिणी दिल्ली: इस सीट पर वर्तमान बीजेपी सांसद रमेश विधूड़ी के खिलाफ आप के राघव चड्ढा हैं। वहीं कांग्रेस ने नए चेहरे विजेंदर सिंह पर दांव लगाया है। विजेंदर हरियाणा के भिवानी के हैं और जाट समुदाय से आते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि विजेंदर दक्षिणी दिल्ली में नए हैं और ये सीट बीजेपी का गढ़ रही है। बीजेपी उम्मीदवार रमेश विधूड़ी भी जाट हैं और विजेंदर युवाओं में अपनी लोकप्रियता की वजह से बीजेपी का ही वोट काटेंगे। इसका सीधा फायदा आप को मिलेगा।
पहले दक्षिणी दिल्ली से दिग्गज खिलाड़ी सुशील कुमार को कांग्रेस से टिकट मिलने की बात चल रही थी। सुशील कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात भी की थी। कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि अगर सुशील लड़ते तो पार्टी कहीं ज्यादा मजबूत स्थिति में होती।
पश्चिमी दिल्ली: इस सीट पर वर्तमान बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा के खिलाफ कांग्रेस से महाबल मिश्रा हैं। आम आदमी पार्टी ने बलवीर सिंह जाखड़ जैसे नए चेहरे पर दांव लगाया है। आप ने बहुत पहले ही दिल्ली के छह सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए थे, लेकिन जाखड़ के नाम की घोषणा आखिरी समय में हुई। ऐसे में जाखड़ में चुनावी तैयारियों के लिए समय भी कम मिला है।
प्रवेश वर्मा की तरह ही बलबीर सिंह जाखड़ भी जाट हैं। महाबल मिश्रा पश्चिमी दिल्ली से 2009 में सांसद रह चुके हैं। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि इस सीट पर जाखड़ बीजेपी का ही वोट काटेंगे।
दोनों दल एक-दूसरे की नहीं कर रहे है आलोचना
4 मई को दक्षिणी दिल्ली के बिजवासन में आम आदमी पार्टी की एक रैली हुई थी। इस रैली में मुख्य अतिथि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राघव चड्ढा ने मंच से एक बार भी विजेंदर सिंह का नाम नहीं लिया था। पूरे भाषण के दौरान इनके निशाने पर रमेश विधूड़ी ही रहे। वहीं पश्चिमी दिल्ली में महाबल मिश्रा ने भी लोकमत से विशेष बातचीत में कहते हैं, इस सीट पर मुख्य मुकाबला बीजेपी से ही है। जाखड़ के बारे में पूछने पर उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि उन्हें इस सीट पर कोई नहीं जानता।