पाँच साल में अमित शाह की पत्नी की संपत्ति में 16 गुना इजाफा, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर चल रहे हैं चार आपराधिक मुकदमे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 13, 2019 07:27 PM2019-04-13T19:27:07+5:302019-04-13T19:27:07+5:30
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह लोकसभा चुनाव 2019 में पहली बार निम्न सदन के लिए चुनाव लड़ेंगे। अमित शाह इस समय राज्यसभा सांसद हैं। शाह गुजरात की गांधीनगर सीट से उम्मीदवार हैं।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाहलोकसभा चुनाव 2019 में गुजरात के गांधीनगर से पार्टी के उम्मीदवार हैं। अमित शाह द्वारा इस सीट से नामांकन के समय चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे के अनुसार बीजेपी अध्यक्ष के पास कुल 31 करोड़ रुपये की चल-अचल सम्पत्ति है।
अमित शाह को साल 2013 में अपनी माँ कुसुम शाह से 23 करोड़ रुपये से ज्यादा की जायदाद विरासत में मिली।
शाह के हलफनामे के अनुसार वित्त वर्ष 2017-18 में उनकी सालाना आय 53 लाख 90 हजार 970 रुपये थी। वित्त वर्ष 2013-14 में शाह की सालाना आय 41 लाख 93 हजार 218 रुपये थी।
अमित शाह द्वारा दिए गए हलफनामे के अनुसार उनकी पत्नी सोनल शाह के पास वित्त वर्ष में 2.3 करोड़ रुपये की कुल चल-अचल संपत्ति थी।
वित्त वर्ष 2013-14 में सोनल शाह की कुल चल-अचल संपत्ति 14 लाख 55 हजार 637 रुपये थी। यानी सोनल शाह की जायदाद में पाँच साल में करीब 16 गुना इजाफा हुआ है।
सोनल शाह ने किराया, खेती और शेयर में निवेश को अपनी आय का स्रोत बताया है।
अमित शाह पर हैं चार आपराधिक मुकदमे
अमित शाह द्वारा दायर किए गए हलफनामे के अनुसार उनपर कुल चार आपराधिक मामले चल रहे हैं।
इनमें से दो मामले पश्चिम बंगाल में दर्ज हैं। पहला मामला पश्चिम बंगाल में भड़काऊ भाषण देने का है। दूसरा मामला कोलकाता में राज्य की सीएम ममता बनर्जी की मानहानि करने वाला भाषण देने के आरोप से जुड़ा है।
शाह पर तीसरा मामला जूता पहनकर भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने का है। चौथा मामला साल 2015 में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को 'चारा चोर' कहने से जुड़ा है।
आडवाणी का टिकट काटकर मिला शाह को मौका
राज्यसभा सासंद अमित शाह साल 2019 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
अमित शाह को वरिष्ठ बीजेपी नेता और गांधीनगर के मौजूदा सांसद लालकृष्ण आडवाणी का टिकट काटकर टिकट दिया गया है।
गांधीनगर सीट से आडवाणी पाँच बार सांसद रह चुके हैं। वहीं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के संस्थापक अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी भी इस सीट से सासंद का चुनाव जीत चुके हैं।
बीजेपी ने मौजूदा आम चुनाव में 75 साल से ज्यादा उम्र वाले किसी भी नेता को टिकट नहीं दिया है। पार्टी की इस नीति की वजह से आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, शांता कुमार, बीसी खंडूरी, बीएस कोश्यारी जैसे नेताओं को लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं मिला।