उत्तर प्रदेश में सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस, बीजेपी से निपटने को बनाई ऐसी रणनीति
By धीरज पाल | Published: January 13, 2019 02:02 PM2019-01-13T14:02:42+5:302019-01-13T14:06:46+5:30
बता दें कि यह प्रेस कॉंफ्रेंस आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र प्रदेश कांग्रेस मुख्यायल में राज्यसभा में नेता विपक्ष और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ग़ुलाम नबी आज़ाद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद राज बब्बर सहित कई नेताओं ने की।
समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के गठबंधन को लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस (पीसी) कर रही है। प्रेस कॉफ्रेंस में पार्टी के नेता गुलाम नवी आजाद और राज बब्बर ने की। कांग्रेस ने एसपी और बीएसपी गठबंधन पर तंज कसा और मोदी सरकार पर हमला बोला।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नवी आजाद ने कहा कि कांग्रेस ने देश को आजाद कराया है। कांग्रेस ने टूकडों में बंटे देश को एक करके भारत बनाया। अनुसूचितजाति की लड़ाई गांधी जी ने शुरू की थी। उन्होंने कहा कि हम उन दलों का समर्थन जरूर लेंगे जुड़ेंगे जो हमारी विचारधारा से इत्तेफाक रखते हैं। यह चुनाव कांग्रेस बनाम बीजेपी के बीच होगा। कांग्रेस ने यूपी में ऐलान किया है कि उत्तर प्रदेश में कुल 80 सीटों में से अकेले चुनाव लड़ेगी।
बता दें कि यह प्रेस कॉंफ्रेंस आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र प्रदेश कांग्रेस मुख्यायल में राज्यसभा में नेता विपक्ष और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ग़ुलाम नबी आज़ाद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद राज बब्बर, सांसद पी एल पूनिया, पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी, सांसद डाक्टर संजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री जितिन प्रसाद,नेता विधानमंडल दल अजय कुमार लल्लू, सदस्य विधान परिषद दीपक सिंह और पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी शामिल थे।
इससे पहले कांग्रेस उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा के गठबंधन से खुद को अलग रखे जाने पर फिलहाल विस्तृत रूप से अपना रुख स्पष्ट तो नहीं कर रही है लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दुबई में इस पर संकेत देते हुए साफ कर दिया है कि कांग्रेस यूपी में अकेले ही लड़ेगी।
राहुल ने सीधे तौर पर कोई टिप्पणी तो नहीं की है, लेकिन इशारों में कहा कि कांग्रेस के पास उत्तर प्रदेश के लोगों को देने के लिए बहुत कुछ है। राहुल ने कहा, मैं समाजवादी पार्टी और बीएसपी के नेताओं का बेहद सम्मान करता हूं, वे जो भी करना चाहते हैं, उसका उन्हें अधिकार है। सपा-बसपा गठबंधन पर राहुल ने कहा- उन्होंने जो फैसला किया है वो राजनीतिक फैसला है।