सर्वे: एनडीए की होगी वापसी लेकिन बीजेपी को बहुमत नहीं, PM पद की पहली पसंद मोदी
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: August 19, 2018 05:59 AM2018-08-19T05:59:37+5:302018-08-19T10:29:05+5:30
देश की राजनीति में इस वक्त चुनाव माहौल बना हुआ है। 2019 के चुनाव को लेकर हर तरफ चर्चा हो रही है। भारतीय और कांग्रेस समेत अन्य पार्टियां इन चुनावों को लेकर तैयारियों में जुटी हुई हैं।
2019 के आम चुनाव को लेकर अभी से चर्चा होने लगी है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), कांग्रेस समेत अन्य पार्टियां अभी से तैयारियों में जुट गई हैं। सभी दल अपने-अपने तरीकों से जीत के मंत्र भी फूंकने लगे हैं। वहीं, इस बार के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी एक बार फिर पूर्ण बहुमत हासिल करने दावा कर रही है, तो वहीं कांग्रेस सभी दलों के साथ मिलकर महागठबंधन के साथ मैदान में उतरने की तैयारी में जुटी है।
इसी बीच कार्वी इनसाइट्स और इंडिया टुडे के सर्वे के मुताबिक अभी लोकसभा चुनाव हों तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) वापसी करेगा। लेकिन बीजेपी इस बार बहुमत से दूर रहेगी।
इस सर्वे के मुताबिक अगर अभी चुनाव किए जाएं तो सत्ताधारी एनडीए को 281 सीटें और यूपीए को 122 सीटें मिल सकती हैं। वहीं बीजेपी की बात की जाए तो उसको करीब 80 सीटों का नुकसान हो सकता है। बीजेपी 245 सीटों पर और कांग्रेस 83 सीटों पर अपना कब्जा बना सकती है। वहीं अगर करीब 10 महीने के बाद के चुनाव के दौरान जनता की सोच की बात की जाए तो सर्वे के मुताबिक एनडीए को 255 सीटें और यूपीए को 242 सीटें मिल सकती हैं।
जबकि अन्य के हिस्से में 46 सीटें जा सकती हैं। वहीं, इस दौरान बीजेपी बहुमत से दूर होकर केवल 196 सीटें प्राप्त कर सकती है साथ ही कांग्रेस 97 सीटों पर ही सिमटती दिख रही है। वोट शेयरिंग फीसदी की बात की जाए तो एनडीए 36 फीसदी वोट तो वहीं यूपीए के हिस्से में 31 फीसदी और अन्य के हिस्से में 33 फीसदी वोट शेयर जाते दिख रहे हैं।
कार्वी इनसाइट्स-इंडिया टुडे के सर्वे के मुताबिक प्रधानमंत्री पद के लिए भी लोगों ने अपनी सोच रखी है। लोग अभी भी मोदी को ही फिर से पीएम के रूप में देखना चाहते हैं। 49 फीसदी लोगों के लिए पीएम की पहली पसंद नरेंद्र मोदी हैं, जबकि केवल 27 फीसदी लोगों की पहली पसंद राहुल गांधी हैं। वहीं पीएम पद के लिए मोदी के बेहतर विकल्प को लेकर भी सर्वे किया गया, जिसमें 46 फीसदी लोग राहुल गांधी को मोदी का बेहतर विकल्प मानते हैं तो 8 फीसदी लोग ममता बनर्जी को और 4 फीसदी लोग अखिलेश यादव को। ये सर्वे देश के 97 संसदीय क्षेत्र के वोटरों से 18 से 29 जुलाई के बीच किया गया।