गहलोत बोले पीएम मोदी की विदाई यात्रा चल रही, राजे का पलटवार-राजस्थान में कानून व्यवस्था ठप्प
By प्रदीप द्विवेदी | Published: May 12, 2019 08:21 AM2019-05-12T08:21:16+5:302019-05-12T08:21:16+5:30
राजस्थान की कानून-व्यवस्था को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आक्रामक हैं, कहती हैं कि अलवर, भरतपुर, सीकर, झुंझुनूं सहित राजस्थान भर में बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं के खिलाफ आपका और मेरा रोष स्वाभाविक है.
11 मई राजस्थान में मतदान समाप्त होने के बाद जमीनी चुनावी जंग भले ही समाप्त हो गई हो, लेकिन ट्विटर पर सियासी संग्राम जारी है. जहां सीएम अशोक गहलोत पीएम मोदी पर निशाना साध रहे हैं, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गहलोत सरकार को घेर रहीं हैं. अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, ''प्रधानमंत्री जी इतने बौखला गए हैं, इतने घबरा गए हैं, पिछले एक सप्ताह से वो जो भाषा बोल रहे हैं, जिस तरह के आरोप लगा रहे हैं, उसको यह देश पसंद नहीं कर रहा. पीएम की भाषा, उनकी शैली, उनकी टिप्पणियों से लोगों में बहुत गुस्सा है, आक्रोश है. इसका नतीजा मोदी जी को चुनाव में भुगतना पडेगा.''
उन्होंने आगे कहा कि आईएनएस विराट को लेकर पीएम की जो मजाक उड़ा है, पूरा देश और दुनिया देख रही है कि मोदी जी, प्रधानमंत्री स्तर के व्यक्ति द्वारा अपने पद की गरिमा घटाने का जो लेवल बना है, आजादी के बाद आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ. वसुंधरा जी की विदाई यात्रा पूरी हो चुकी है अब मोदी जी की विदाई यात्रा चल रही है.
वसुंधरा राजे हुई आक्रामक :
उधर, राजस्थान की कानून-व्यवस्था को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आक्रामक हैं, कहती हैं कि अलवर, भरतपुर, सीकर, झुंझुनूं सहित राजस्थान भर में बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं के खिलाफ आपका और मेरा रोष स्वाभाविक है. इन सभी मामलों में हमारी बेटियों के साथ जो दुराचार की वारदातें हुई, वो किसी भी सभ्य समाज को सिहरा देने तथा मानवता तार-तार कर देने के लिए काफी है.
वे कहती हैं कि हमारी भाजपा सरकार ने आवाम के इस दर्द को समझते हुए दुष्कर्म के आरोपियों को मृत्युदंड का प्रावधान किया था, जिसके बाद कई दुष्कर्मियों को त्वरित फांसी की सजा सुनवाकर समाज में सुरक्षा का माहौल प्रस्तुत किया गया.
अलवर प्रकरण बड़ा गंभीर केस :
इसके जवाब में सीएम गहलोत का कहना है कि अलवर प्रकरण बड़ा गंभीर केस है. दुर्भाग्य से ऐसी घटनाएं राजस्थान में लंबे अरसे से चली आ रही हैं. महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं. हमने निर्णय लिया है अलवर केस को ऑफिसर स्कीम के अंतर्गत ट्रांसफर करेंगे, उसके तहत इसकी पूरी जांच होगी और कोई बख्शा नहीं जाएगा.
गहलोत ने आगे कहा कि भविष्य में पूरे राजस्थान के अंदर हर जिले में एक सीईओ लेवल का ऑफिसर सिर्फ और सिर्फ महिलाओं पर अत्याचार के मामलों की मॉनिटरिंग करेगा.
एसपी ऑफिस में दर्ज होगी एफआईआर :
गहलोत ने कहा कि थाने में अगर कोई थानेदार एफआईआर दर्ज नहीं करेगा तो हम प्रोविजन कर रहे हैं एसपी ऑफिस में ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि वहां एफआईआर दर्ज हो, फिर उसकी मॉनिटरिंग होगी कि थाने में एफआईआर क्यों नहीं दर्ज हुई और थानेदार के खिलाफ कार्यवाही होगी. इस प्रकार हम कदम उठाएंगे ताकि प्रदेश में क्राइम रेट कम हो.