लखनऊ: राजनाथ के खिलाफ संयुक्त विपक्ष की उम्मीदवार होंगी पूनम सिन्हा, सोनाक्षी करेंगी मां के लिए प्रचार
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 6, 2019 04:37 PM2019-04-06T16:37:21+5:302019-04-06T16:40:06+5:30
पूनम सिन्हा समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी। महागठबंधन में यह सीट सपा के खाते में है।
कांग्रेस नेता और पूर्व बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा उत्तर प्रदेश के लखनऊ सीट से गृह मंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ उतरने की तैयारी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा 6 अप्रैल को कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार
पूनम सिन्हा समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी। महागठबंधन में यह सीट सपा के खाते में है। कांग्रेस इस सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारेगी और सिन्हा का समर्थन करेगी।
समाजवादी पार्टी लखनऊ के अलावा वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार उतारने की कोशिश में है। पार्टी ने अब तक इन सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
लखनऊ 30 सालों से बीजेपी का अभेद्य गढ़
लखनऊ बीजेपी का मजबूत गढ़ है। 1991 से यह सीट बीजेपी के पास है। दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 1991 से 2009 तक लगातार पांच बार यहां से सांसद रहे हैं। पिछले दो चुनावों में यहां कांग्रेस प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहा था।
पिछली बार राजनाथ के खिलाफ इस सीट पर रीता बहुगुणा जोशी ने चुनाव लड़ा था। फिलहाल जोशी योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। इस सीट पर 1996 में राजबब्बर और 1998 में मुजफ्फर अली ने अटल के खिलाफ लड़ा था लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
कायस्थ वोटों से जीत की उम्मीद
शत्रुघ्न सिन्हा को कांग्रेस पार्टी ने पटना साहिब से टिकट दिया गया है। सिन्हा शनिवार को कांग्रेस में शामिल हुए और इसे कुछ घन्टे बाद ही उन्हें उम्मीदवार घोषित किया गया। अब पटना साहिब से वह केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा उम्मीदवार रविशंकर प्रसाद को चुनौती देंगे। पिछली बार सिन्हा भाजपा के टिकट पर पटना साहिब से चुनाव जीते थे।
लखनऊ सीट पर दो से ढाई लाख कायस्थ वोट हैं। इसके ओबीसी, मुस्लिम और दलित वोट पूनम सिन्हा को मिल सकते हैं। महागठबंधन की उम्मीद इस समीकरण पर टिकी हुई हैं। बता दें कि पिछली बार राजनाथ सिंह ने 2.73 लाख वोटों से जीत हासिल की थी।
सोनाक्षी सिन्हा करेंगी प्रचार
बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा अपने मां-पिता के लिए लोकसभा चुनाव में उतरेंगी। कांग्रेस में पिता के जाने के सवाल पर सोनाक्षी ने कहा था, 'मेरे पिता शुरुआत से पार्टी (बीजेपी) से जुड़े रहे। अटल जी, आडवाणी के वक्त से वह इसमें थे। लेकिन पार्टी ने उन्हें वह इज्जत नहीं दी जो उन्हें मिलनी चाहिए थी। मेरे हिसाब से उन्होंने देर कर दी। यह काफी पहले करना चाहिए था।'