शत्रुघ्न सिन्हा के यू-टर्न से पटना साहिब लोकसभा सीट पर इस बार दिलचस्प मुकाबला, इन वजहों से खास है ये सीट
By पल्लवी कुमारी | Published: April 1, 2019 07:13 PM2019-04-01T19:13:21+5:302019-04-01T19:13:21+5:30
शत्रुघ्न सिन्हा का पटना साहिब सीट से दूसरा लोकसभा कार्यकाल है। कभी बीजेपी के स्टार प्रचारकों में से शुमार रहे शत्रुघ्न अपनी पार्टी के भीतर महत्व नहीं दिए जाने से नाराज चल रहे थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व की लगातार आलोचना करते रहे हैं।
बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से जो सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहने वाला सीट है, वह पटना साहिब लोकसभा सीट है। फिलहाल यहां से फिल्म अभिनेता और नेता शत्रुघ्न सिन्हा सांसद हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने हाल ही में ऐलान किया था कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन करने वाले हैं। शत्रुघ्न सिन्हा के बीजेपी छोड़ने और कांग्रेस ज्वाइन करने की बात के बाद ये सीट और भी विवादों में आ गया है। साल 2008 में परिसीमन के बाद पटना सीट दो लोकसभा सीटों में बंट गई थी। जिसमें से एक पाटलीपुत्र लोकसभा सीट है और दूसरी पटना साहिब लोकसभा सीट है।
पटना साहिब लोकसभा सीट का इतिहास
पटना साहिब लोकसभा सीट से शत्रुघ्न सिन्हा 2009 और 2014 में सांसद रहे हैं। यह सीट जबसे सामने आई है...इसका विवादों से गहरा नाता है। साल 2009 में इस सीट से फिल्म अभिनेता शेखर सुमन को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया था। साथही फिल्म निर्देशक प्रकाश झा भी प्रत्याशी थे। बीजेपी ने शत्रुघ्न सिन्हा को टिकट दिया था। हालांकि जीत शत्रुघ्न सिन्हा की ही हुई। 2014 में भोजपुरी फिल्म अभिनेता कुणाल सिंह को टिकट दिया गया था, लेकिन 2014 में भी यहां बीजेपी की टिकट पर बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा ही जीते थे।
मोदी लहर में 2014 के लोकसभा चुनाव में शत्रुघ्न सिन्हा 485905 वोट मिले थे और दूसरे नंबर पर कांग्रेस थी जिसने आरजेडी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। जेडीयू तीसरे नंबर पर और आम आदमी पार्टी चौथे पर थी।
शत्रुघ्न सिन्हा vs रविशंकर प्रसाद में हो सकता है इस बार मुकाबला
बीजेपी ने पटना साहिब लोकसभा सीट से रविशंकर प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। जिसको लेकर बीजेपी में ही विरोध के स्वर देखे गए हैं। इस सीट पर शत्रुघ्न सिन्हा के टिकट कटने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि यहां से क्षेत्र से टिकट के प्रवल दावेदार आरके सिन्हा को दी जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं होने से आरके सिन्हा के समर्थक रविशंकर प्रसाद से नाराज हैं। टिकट मिलने के बाद जब पहली बार रविशंकर प्रसाद पटना पहुंचे थे तो उनके स्वागत करने के लिए हजारों की संख्या में उनके समर्थक वहां फूल-माला के साथ आए हुए थे लेकिन उसकी बीच रविशंकर प्रसाद और आरके सिन्हा के समर्थकों में हाथापाई हो गई थी।
हालांकि कांग्रेस ने अभी तक यहां से अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। लेकिन शत्रुघ्न सिन्हा के कांग्रेस में शामिल होने ऐलान के बाद ये तय माना जा रहा है कि पटना साहिब से उनको ही टिकट दिया जाएगा। 28 मार्च को शत्रुघ्न सिन्हा ने खुद इसका ऐलान करते हुए कहा था, ''मैं जल्द ही कांग्रेस ज्वाइन कर लूंगा। शायद नवरात्री में मैं आपको कोई अच्छी खबर सुना सकता हूं। लेकिन ये तय है कि मैं कांग्रेस ही ज्वाइन करूंगा।''
शत्रुघ्न सिन्हा से जब ये पूछा गया कि क्या आप बिहार के पटना साहिब लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने कहा, ''सिचुएशन कुछ भी हो लोकेशन वही होगा''।
शत्रुघ्न सिन्हा का पटना साहिब सीट से दूसरा लोकसभा कार्यकाल है। कभी बीजेपी के स्टार प्रचारकों में से शुमार रहे शत्रुघ्न अपनी पार्टी के भीतर महत्व नहीं दिए जाने से नाराज चल रहे थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व की लगातार आलोचना करते रहे हैं। बिहार में कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों राजद एवं रालोसपा सहित अन्य छोटे दलों के "महागठबंधन" शामिल है।