मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट: कांग्रेस के संजय निरुपम और शिवसेना के गजानन कीर्तिकर के बीच टक्कर, जानिए इस सीट का राजनीतिक समीकरण

By सतीश कुमार सिंह | Published: April 19, 2019 03:25 PM2019-04-19T15:25:05+5:302019-04-19T17:13:38+5:30

लोकसभा चुनाव 2019: महाराष्ट्र की मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट पर 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। मतदाता चौथे चरण की वोटिंग के तहत वोट डालेंगे। मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट पर 21 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं।

lok sabha election 2019: mumbai north west seat history fight between shiv sena and congress | मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट: कांग्रेस के संजय निरुपम और शिवसेना के गजानन कीर्तिकर के बीच टक्कर, जानिए इस सीट का राजनीतिक समीकरण

कांग्रेस नेता संजय निरुपम (बाएं) का मुकाबला शिव सेना के गजानन कीर्तिकर से हो रहा है।

Highlightsमुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा क्षेत्र में वोटरों की संख्या कम हुई हैयह सीट अभिनेता से राजनेता बने सुनील दत्त की वजह से मशहूर रही है

लोकसभा चुनाव 2019 में चुनावी जंग रोचक हो रहा है। हर दल के नेता एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इस बार मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट पर मुकाबला रोचक होगा।

मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट वह सीट है, जिस पर सभी की नजर है। महाराष्ट्र की मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट पर 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। मतदाता चौथे चरण की वोटिंग के तहत वोट डालेंगे। मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट पर 21 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। यहां हिंदी भाषी मतदाताओं के प्रभाव निर्णायक माना जाता है।

यहां कांग्रेस के संजय निरुपम का मुकाबला शिवसेना के गजानन कीर्तिकर से हैं। संजय निरुपम को हाल ही में मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटाया गया है।

पिछले चुनावों के नतीजे बताते हैं कि यहां शिवसेना मजबूत है, लेकिन मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए संजय निरूपम ने जो लोकप्रियता पाई है और जुझारू नेता की छवि बनाई है वह उन्हें कितना वोट दिला पाएगी यह देखने वाली बात होगी। दूसरी बड़ी बात यह है कि शिवसेना का पूरा कैडर गजानन कीर्तिकर के लिए काम करेगा, लेकिन गुटों में बंटी कांग्रेस के बारे में यह बात अभी गारंटी से नहीं कही जा सकती। ऐसे में मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट पर मुकाबला रोचक होगा।

कुल 16 लाख 97 हजार 668 मतदाता

मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा क्षेत्र में वोटरों की संख्या कम हुई है। साल 2014 के चुनाव में कुल 17 लाख 75 हजार 187 मतदाता थे, जबकि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में 77 हजार 519 वोटरों की संख्या घट गई है। चुनाव आयोग के अनुसार, 31 जनवरी 2019 में कुल 16 लाख 97 हजार 668 मतदाता हैं।

मुंबई उत्तर-पश्चिम से 18 साल सांसद रहे सुनील दत्त

यह सीट अभिनेता से राजनेता बने सुनील दत्त की वजह से मशहूर रही है। सुनील दत्त कांग्रेस पार्टी के ट‍िकट पर यहां से 18 साल साल सांसद रहे। इस सीट पर कई रोचक मुकाबले भी हुए। फ‍िल्म इंडस्ट्री से जुड़ी इस सीट पर, फ‍िल्मी लोगों का ही दबदबा रहा है। इस दबदबे को श‍िवसेना ने तोड़ा और 2014 में श‍िवसेना के गजानन कीर्तिकर को जीत म‍िली।

एक ओर आलीशान बंगले, दूसरी ओर स्लम भी

मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट के पश्चिमी छोर पर फिल्म स्टारों और उद्योपतियों के आलीशान बंगले तो दूसरी ओर संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के किनारे बसे झोपड़े, फिल्म सिटी और जंगल हैं। मुंबई के मूल निवासी कोलियों के गावठान और स्लम इस लोकसभा को बहुआयामी बनाते हैं। दावा है कि अगले पांच साल में यहां मेट्रो दौड़ने लगेगी, समुद्र किनारे कोस्टल रोड पर तेज गति से गाड़ियां चलेगी।

सीट का इतिहास

उत्तर-पश्चिम लोकसभा का इतिहास कहता है कि 1967 में कांग्रेस के शांतिलाल शाह सांसद बने। 1971 में कांग्रेस के हरीराम चंद्र गोखले और 1977 व 1980 में जाने माले वकील राम जेठमलानी जनता पार्टी से सांसद चुने गए। राम जेठमलानी के बाद सुनील दत्त का दौर 1984 से शुरू हुआ। वह 1989,1991 में लगातार विजेता रहे।

1996, 1998 में शिवसेना के मधुकर सरपोतदार सांसद चुने गए। उसके बाद फिर दत्त का दौर आया। दत्त 1999 व 2004 में सांसद रहे। 2005 में सुनील दत्त की मौत के बाद हुए उपचुनाव में सुनील की बेटी प्रिया दत्त यहां से सांसद चुनी गई थीं। 2009 में भी ये सीट कांग्रेस के पास रही, लेकिन फिर 2014 में शिवसेना के गजानन कीर्तिकर ने इस सीट को जीत लिया।

Web Title: lok sabha election 2019: mumbai north west seat history fight between shiv sena and congress