हनुमान बेनीवाल की BJP में हुई घर वापसी, जोधपुर में गहलोत तो बाड़मेर में मानवेंद्र को घेरने की तैयारी
By निखिल वर्मा | Published: April 4, 2019 02:04 PM2019-04-04T14:04:06+5:302019-04-10T16:54:12+5:30
2008 में वह भाजपा की टिकट से विधायक बने लेकिन 2013 में निर्दलीय के रूप में विधानसभा पहुंचे।
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राजस्थान में हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से गठजोड़ किया है। एनडीए में शामिल हुई आरएलपी को राजस्थान में नागौर सीट मिली है जहां से हनुमान बेनीवाल खुद चुनाव लड़ेंगे।
केंद्रीय मंत्री और पार्टी के चुनाव प्रदेश प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर और बेनीवाल ने बीजेपी कार्यालय में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। जावड़ेकर ने बताया कि लोकसभा चुनाव के लिए यह गठजोड़ किया गया है जिसके तहत पार्टी राज्य की नागौर सीट आरएलपी को देगी। बदले में आरएलपी राजस्थान के साथ साथ पड़ोसी हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश व दिल्ली जैसे राज्यों में भाजपा का समर्थन देगी और उसके प्रत्याशियों को जिताने में मदद करेगी। एक सवाल के जवाब में बेनीवाल ने स्वीकार किया कि नागौर की सीट से वह खुद चुनाव लड़ेगे।
बेनीवाल की घर वापसी
बता दें कि बेनीवाल कभी भाजपा में ही हुआ करते थे। 2008 में वह भाजपा की टिकट से विधायक बने लेकिन 2013 में निर्दलीय के रूप में विधानसभा पहुंचे। पिछले दिसंबर में विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बनायी जिसने तीन सीटों पर जीत दर्ज की। बेनीवाल ने कहा कि राष्ट्रहित, किसानों और युवाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने भाजपा से हाथ मिलाया है ताकि नरेंद्र मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनाया जा सके।
बाड़मेर-जोधपुर में कांग्रेस को घेरने की तैयारी
बेनीवाल की पार्टी आरएलपी को राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में नागौर में दो सीटें मिली थी जबकि जोधपुर में एक विधायक जीत हासिल करने में सफल रहा। इसके अलावा बाड़मेर में पार्टी दो सीटों पर दूसरे नंबर रही है।
बीजेपी को उम्मीद है कि बेनीवाल के जुड़ने से नागौर के अलावा जोधपुर और बाड़मेर सीट पर भी सफलता मिलेगी। बाड़मेर से कांग्रेस ने बीजेपी के संस्थापक सदस्य जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह को टिकट दिया है। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गढ़ जोधपुर से इस बार उनके बेटे वैभव गहलोत मैदान में हैं।
जाटों के तेजतर्रार नेता बेनीवाल
बेनीवाल नागौर और शेखावटी के कई जाट बहुल जिलों में कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकते हैं। राजस्थान में 13-14 फीसदी जाट हैं। बेनीवाल राजस्थान में जाटों के तेज तर्रार नेता और युवाओं के बीच लोकप्रिय हैं। जयपुर यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे बेनीवाल छात्र राजनीति से लेकर विधानसभा तक आक्रामक तेवरों के लिए जाने जाते हैं। विधानसभा चुनावों में बेनीवाल नागौर, बाड़मेर, बीकानेर, सीकर और जयपुर में किसानों की पांच हुंकार रैली कर अपनी ताकत दिखा चुके हैं। बेनीवाल तीसरी बार विधायक चुने गए हैं।