लोकसभा चुनावः वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 101 प्रत्याशी चुनावी मैदान में, 2014 में थे 41 उम्मीदवार
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 30, 2019 04:26 PM2019-04-30T16:26:12+5:302019-04-30T16:26:12+5:30
वाराणसी संसदीय सीट पर नामांकन के अंतिम दिन यानी 29 अप्रैल को 71 उम्मीदवारों ने पर्चे दाखिल किए। जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेन्द्र सिंह के मुताबिक कुल 102 उम्मीदवारों ने अलग-अलग सेट में 199 नामांकन पत्र दाखिल किया है। मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 2 मई को नाम वापसी के बाद तय होगा कि कितने उम्मीदवार होंगे।
लोकसभा चुनाव 2019 में सबसे हॉट सीट वाराणसी है। भगवान शिव की नगरी में चुनावी लड़ाई दिलचस्प हो गई है। वाराणसी सीट से पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव लड़ रहे हैं। पीएम मोदी 2014 में भी यहां से चुनाव जीत चुके है। यहां से 2019 लोकसभा चुनाव में 101 प्रत्याशी पीएम मोदी के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं।
2014 में 41 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। 1996 में तब तक के सर्वाधिक उम्मीदवार 47 थे। खैर परिणाम जो भी हो, लेकिन चुनावी गणित में पीएम मोदी जीत के प्रबल दावेदार हैं। एक तरह से देखा जाए तो वाराणसी सीट से विपक्षी दलों ने भाजपा प्रत्याशी और पीएम मोदी के खिलाफ मजबूत प्रत्याशी खड़ा न कर लगता है एक बार फिर उनकी जीत आसान कर दी है, एक तरह से मोदी को वाक ओवर दे दिया है।
हालांकि सपा और कांग्रेस दोनों इससे इनकार करती हैं और उनका कहना है कि मोदी के खिलाफ उनके प्रत्याशी मजबूत हैं। कांग्रेस ने अपने पुराने प्रत्याशी अजय राय को मोदी के मुकाबले खड़ा किया है, जबकि सपा-बसपा गठबंधन की तरफ से सपा के टिकट पर बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव मैदान में हैं। इस चुनाव में निर्दलीय अतीक अहमद के आने के बाद से खेल बिगड़ना तय माना जा रहा है।
अलग-अलग इलाकों से लोग चुनाव लड़ने वाराणसी पहुंचे
इस बार देश के अलग-अलग इलाकों से लोग पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए वाराणसी पहुंचे हैं। इसके चलते जिला मुख्यालय में निर्वाचन प्रक्रिया में लगे अधिकारी-कर्मचारी फॉर्मों को सहेजने में लगे हैं। पीएम मोदी सहित वाराणसी संसदीय सीट से कुल 102 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है। इस प्रकार 101 उम्मीदवार मोदी को चुनौती देंगे।
वाराणसी संसदीय सीट पर नामांकन के अंतिम दिन यानी 29 अप्रैल सोमवार को 71 उम्मीदवारों ने पर्चे दाखिल किए। जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेन्द्र सिंह के मुताबिक वाराणसी संसदीय सीट से कुल 102 उम्मीदवारों ने अलग-अलग सेट में 199 नामांकन पत्र दाखिल किया है। मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 2 मई को नाम वापसी के बाद तय होगा कि वाराणसी के रण में कितने उम्मीदवार होंगे।
29 अप्रैल को अजय राय सहित 71 ने भरे पर्चे
29 अप्रैल को नामांकन करने वालों में प्रमुख रूप से कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय, सपा की शालिनी यादव, प्रख्यात हॉकी खिलाड़ी व पद्मश्री मो. शाहिद की बेटी हिना शाहिद शामिल रही। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अतीक अहमद का पर्चा उनके भतीजे शहनवाज आलम ने दाखिल किया।
इसके अलावा तेलंगाना से आए हल्दी किसानों के प्रतिनिधि कुंटा गंगाराम मोहन रेड्डी के साथ कई अन्य किसानों ने पर्चा दाखिल कर सियासत गर्मा दिया है। कलक्ट्रेट परिसर में सोमवार देर रात तक भारी गहमागहमी रही। रात 11.30 बजे अंतिम नामांकन दाखिल हुआ।
पर्चा दाखिल करने वालों में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी सुरेंद्र, रामराज्य परिषद श्रीभगवान पाठक, राष्ट्रीय बंधुत्व पार्टी से जम्मू के छज्जू राम गुप्ता, फिरोजाबाद की प्रीति मिश्रा, भारती ने इंसाफवादी पार्टी से मिर्जापुर के जय प्रकाश, लोकप्रिय समाज पार्टी से रोहनिया के छेदीलाल समेत कुल 71 लोग शामिल हैं।
वाराणसी लोकसभा सीट पर जातिगत समीकरण
साल 2011 की जनगणना के अनुसार वाराणसी में करीब 70 प्रतिशत हिन्दू और करीब 28 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में करीब 15 लाख 32 हजार वोटर हैं। इनमें से करीब तीन लाख मतदाता मुसलमान, करीब ढाई लाख ब्राह्मण, करीब डेढ़ लाख पटेल-कुर्मी वोटर हैं। करीब डेढ़ लाख यादव, 65 हजार कायस्थ, दो लाख वैश्य, 80 हजार चौरसिया, डेढ़ लाख भूमिहार और करीब 80 हजार दलित हैं।
साल | प्रत्याशियों की कुल संख्या |
1952 | 05 |
1957 | 04 |
1962 | 06 |
1967 | 05 |
1971 | 14 |
1977 | 11 |
1980 | 32 |
1984 | 19 |
1989 | 16 |
1991 | 24 |
1996 | 47 |
1999 | 12 |
2004 | 18 |
2009 | 15 |
2014 | 41 |