पीएम मोदी के 'करीबी' प्रफुल्ल पटेल खोड़ा को चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस, ये है वजह
By पल्लवी कुमारी | Published: April 18, 2019 08:14 PM2019-04-18T20:14:11+5:302019-04-18T20:14:11+5:30
प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी सहयोगी माना जाता है। उन्होंने पूर्व में गुजरात में गृह राज्य मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं। जो उन्हें अमित शाह के गृह मंत्री के पद से इस्तीफे के बाद मिला था।
चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीबी प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को नोटिस जारी किया है। चुनाव आयोग ने ये नोटिस प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को चुनाव आयोग के अधिकारियों पर दबाव बनाने के संबंध में भेजा है। पटेल ने अगस्त 2016 में दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव के प्रशासक के रूप में कार्यभार संभाला था।
द कारवां वेबसाइट ने दावा किया है कि 10 अप्रैल को दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव के केंद्र शासित प्रदेशों के चुनावों से लगभग दो सप्ताह पहले, चुनाव आयोग ने प्रफुल्ल खोड़ा को नोटिस जारी किया है।
चुनाव आयोग की नोटिस में कहा गया है कि पटेल की कार्रवाइयों ने जनप्रतिनिधित्व कानून 1951 के तहत प्रावधानों का उल्लंघन किया है। द कारवां का दावा है कि इस नोटिस की एक कॉपी उनके पास भी है। ये नोटिस 28 मार्च को जारी किया गया था।
प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को दादरा और नगर के कलेक्टर कन्नन गोपीनाथन "जबरदस्ती" काम के लिए दबाव बना रहे थे। कलेक्टर कन्नन गोपीनाथन दादरा और नगर हवेली( केंद्रशासित प्रदेश) के लिए लिए रिटर्निंग ऑफिसर के रूप में काम कर रहे हैं। उनके ऊपर चुनाव परिणाम की देखरेख की पूरी जिम्मेदारी है।
चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को कहा है कि उन्होंने कलेक्टर कन्नन गोपीनाथन के अलावा किसी भी अन्य चुनाव अधिकारियों को "चुनाव अवधि के दौरान" किसी भी तरह का नोटिस जारी किया है तो वो वापस लें। 23 अप्रैल को दादरा और नगर हवेली में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में के मतदान होने हैं।
प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी सहयोगी माना जाता है। उन्होंने पूर्व में गुजरात में गृह राज्य मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं। जो उन्हें अमित शाह के गृह मंत्री के पद से इस्तीफे के बाद मिला था।