पीएम मोदी की जीत वाले बयान पर फंसे कल्याण सिंह! चुनाव आयोग ने पाया- हुआ है आचार संहिता का उल्लंघन
By विनीत कुमार | Published: April 2, 2019 10:27 AM2019-04-02T10:27:39+5:302019-04-02T10:27:39+5:30
साल-1993 के बाद यह दूसरा मामला है जब चुनाव आयोग ने किसी राज्यपाल को आचार संहिता का उल्लंघन करने वाला बताया है।
चुनाव आयोग ने पाया है कि राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिर से चुना जाने वाले बयान देकर में चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन किया है। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार चुनाव आयोग अब ऐसी परिस्थिति में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखकर पूरे मामले की जानकारी देगी। कल्याण सिंह ने हाल में अलिगढ़ में कहा था कि वह चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश के पीएम चुने लिए जाए।
ऐसे में साल-1993 के बाद यह दूसरा मामला है जब चुनाव आयोग ने किसी राज्यपाल को आचार संहिता का उल्लंघन करने वाला बताया है। इससे पहले 1993 में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे गुलशेर अहमद अपने बेटे सईद अहमद का चुनाव प्रचार करते हुए विवाद में आये थे। इसके बाद अहमद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
कल्याण सिंह ने पिछले हफ्ते पीएम मोदी के समर्थन में बयान दिया था। वह दरअसल पिछले हफ्ते अलीगढ़ सीट पर बीजेपी के अंदरखाने सतीश गौतम की उम्मीदवारी पर विवाद को सुलझाने गये थे। वहीं, बीजेपी कार्यकर्ताओं से बात करते हुए कल्याण सिंह ने कहा था, 'हम सभी बीजेपी के कार्यकर्ता हैं और इस नाते से हम जरूर चाहेंगे कि बीजेपी विजयी हो। सब चाहेंगे कि एक बार फिर केंद्र में मोदीजी प्रधानमंत्री बनें।'
चुनाव आयोग ने मीडिया में यह बयान आने के बाद यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से पूरी रिपोर्ट मांगी थी। पूरा बयान देखने के बाद चुनाव आयोग ने माना है कि राजस्थान गवर्नर ने खुद एक 'बीजेपी कार्यकर्ता' के तौर पर अपनी बात की। रिपोर्ट्स के अनुसार चुनाव आयोग ने पाया कि कल्याण सिंह ने ऐसा बयान देकर राज्यपाल के पद की गरिमा को कम किया है। सूत्रों के अनुसार चूकी राज्यपाल की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है, ऐसे में उन्हें इस बात की जानकारी चुनाव आयोग की ओर से दी जाएगी।