लोकसभा चुनाव 2019: कांग्रेस एमएलसी ने किया दावा, प्रियंका गांधी का बनारस से चुनाव लड़ना तय, 2-3 दिन में हो जाएगी घोषणा
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 19, 2019 04:55 PM2019-04-19T16:55:27+5:302019-04-19T17:06:32+5:30
लोकसभा चुनाव 2019: पूर्वांचल की अधिकांश सीटों पर राजग और सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के बीच टक्कर है। कांग्रेस प्रवक्ता और एमएलसी दीपक सिंह ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का बनारस से चुनाव लड़ना लगभग तय है।
लोकसभा चुनाव 2019 में पूर्वी उत्तर प्रदेश की सियासत गरम है। शिव की नगरी बनारस में राजनीतिक मिजाज इस समय गर्मा रहा है। कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री और बनारस के सांसद नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस की महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका वाड्रा गांधी उतर सकती हैं। ऐसा हुआ तो यह देश का सबसे बड़ा चुनावी मुकाबला होगा।
पूर्वांचल की अधिकांश सीटों पर राजग और सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के बीच टक्कर है। कांग्रेस प्रवक्ता और एमएलसी दीपक सिंह ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का बनारस से चुनाव लड़ना लगभग तय है। दीपक सिंह ने कहा कि प्रियंका ने बनारस से चुनाव लड़ने का मन बना लिया है।
आयरन लेडी हैं प्रियंका गांधी
दीपक सिंह के मुताबिक, प्रियंका आयरन लेडी हैं और वह मजबूती के साथ नरेंद्र मोदी के सामने लड़कर जनता को बता देना चाहती है कि अब बदलाव का वक्त आ गया है। दीपक से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक इंटरव्यू में प्रियंका के चुनाव लड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया था। उन्होंने इसकी पुष्टि भी नहीं की थी, लेकिन जरूर कहा कि, आप खुद अंदाजा लगाइए, अंदाजा हमेशा गलत नहीं होता। हालांकि, प्रियंका गांधी की तरफ से इस पर अभी कोई बयान नहीं आया है। प्रियंका कई बार कह चुकी हैं कि अगर पार्टी उनसे कहेगी तो वो चुनाव जरूर लड़ेंगी।
अमेठी दौरे पर हैं प्रियंका गांधी
प्रियंका दौरे पर अमेठी पहुंचीं हैं. यहां पर प्रियंका ने पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। यह बैठक चुनाव के मद्देनजर बेहद महत्वपूर्ण थी। प्रियंका की इस बैठक में अमेठी संसदीय क्षेत्र के पांचों विधानसभा क्षेत्र के नेता एक-एक कर उनसे मिले। प्रियंका ने इन नेताओं को सिलसिलेवार चुनाव की रणनीति के बारे में बताया ताकि अमेठी की जनता तक ये लोग पार्टी का संदेश पहुंचा सकें। प्रियंका की इस मीटिंग में विधायक, पार्टी के स्थानीय नेता, एनएसयूआई के नेता और यूथ विंग के नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
रोड शो से मिले संकेत
बनारस में बाबा काशी विश्वनाथ के मंदिर दर्शन भी किए, शहीदों के परिजनों से भी मिलीं और रोड शो किया। प्रियंका गांधी ने अपने पहले दौरे की शुरुआत प्रयाग से बनारस तक बोट यात्रा के जरिए की। इसके बाद कयास लगे कि क्या प्रियंका लोकसभा चुनाव लड़ेंगी? सूत्रों की मानें तो प्रियंका खुद सीधे प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बनारस से चुनाव लड़ने पर गंभीरता से विचार कर रही हैं।
बनारस में 22 अप्रैल से नामांकन
2014 में वाराणसी के रास्ते पहली बार संसद की दहलीज पर पहुंच कर माथा टेकने वाले नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने तो अपने संसदीय क्षेत्र को वक्त दिया और सौगातें भी दीं। बनारस में 22 अप्रैल को नामांकन शुरू हो जाएगा, लेकिन अब भी मोदी के मुकाबले किसी दल ने उम्मीदवार नहीं उतारा है। इसे किसी रणनीति का हिस्सा कम, मुकाबले के लिए प्रत्याशी का न मिल पाना ज्यादा माना जा रहा है। कांग्रेस की एक रिसर्च टीम वाराणसी पहुंच कर होमवर्क कर चुकी है। लोग इसका आकलन कर रहे हैं कि प्रियंका अगर मोदी के खिलाफ उतरती हैं तो कितना असर डाल सकेंगी।
अब नहीं रही मोदी लहर
प्रियंका के करीबियों का कहना है कि मोदी विरोध का वोट एकजुट करें तो 2014 में ही मोदी की जीत का अंतर खासा घट जाता और अब तो मोदी लहर नहीं है। इसलिए अगर प्रियंका जैसा मजबूत चेहरा बनाम मोदी चुनाव होता है तो बनारस फतह हो सकता है, लेकिन इसके लिए सपा और बसपा को भी प्रियंका के पक्ष में आना होगा जो काफी हद तक सम्भव है।