लोकसभा चुनावः अनुराग ठाकुर ने कहा, यूपीए तीन मुंगेरीलाल के हसीन सपने हैं, अब वह जमाना लद गया
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 9, 2019 01:45 PM2019-05-09T13:45:33+5:302019-05-09T13:45:33+5:30
पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम ने पिछले दिनों यूपीए तीन को संभावना बताया था। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस, तेलुगु देशम पार्टी, आम आदमी पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भी चुनाव से पहले यूपीए खड़ा करने के लिए सक्रिय नजर आई थीं।
कांग्रेस समेत विपक्षी दल भले ही संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) को फिर से खड़ा करने के दावे कर रहे हों, लेकिन भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने इसे ‘मुंगेरीलाल के हसीन सपने’ करार देते हुए कहा कि अब वह जमाना लद गया जब इन दलों का कोई वजूद था।
पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम ने पिछले दिनों यूपीए तीन को संभावना बताया था। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस, तेलुगु देशम पार्टी, आम आदमी पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भी चुनाव से पहले यूपीए खड़ा करने के लिए सक्रिय नजर आई थीं। हमीरपुर से लगातार चौथी बार चुनाव लड़ रहे ठाकुर ने कहा ,‘‘यूपीए तीन मुंगेरीलाल के हसीन सपने हैं। जो पार्टियां 25 - 30 सीट पर लड़ रही हैं, वे गठबंधन के बारे में कैसे सोच सकती हैं। अब वह जमाना लद गया।
कांग्रेस को बाहर कर दिया जाए तो उनके पास सीटें ही कहां हैं ? कांग्रेस को 60- 70 सीट मिल भी जाए तो उसके आगे क्या...?’’ उन्होंने कहा कि खुद कांग्रेसियों को राहुल गांधी के नेतृत्व पर भरोसा नहीं है और वे पार्टी छोड़कर भाजपा में आ रहे हैं। ठाकुर ने कहा,‘‘पहले कांग्रेस का नेतृत्व मजबूत था, लेकिन अब अपरिपक्व और कमजोर है। वे खुद राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं, सोनिया गांधी के समय ऐसा नहीं था । राहुल के अध्यक्ष बनने के बाद कई लोगों ने कांग्रेस छोड़ दी।’’
शाम का वक़्त में चाय सबसे अच्छा साथी है।
एक चायवाले ने कैसे अकेले पूरे विपक्ष को हायवाले में बदल दिया,आइए मैं आपको बताता हूँ। pic.twitter.com/qdd7nxlaPt
— Chowkidar Anurag Thakur (@ianuragthakur) April 30, 2019
अल्पसंख्यक वोटों के ध्रुवीकरण की कांग्रेस की नीति अब नहीं चल रही
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ठाकुर ने दावा किया कि अल्पसंख्यक वोटों के ध्रुवीकरण की कांग्रेस की नीति अब नहीं चल रही, क्योंकि राष्ट्रीय सुरक्षा हर भारतीय के लिए इस चुनाव में सबसे अहम मसला हो गया है। उन्होंने कहा,‘‘बरसों पुरानी तुष्टिकरण की कांग्रेस की नीति इस चुनाव में नहीं चलने वाली। श्रीलंका पर आतंकी हमले के बाद लोग और चिंतित हो गए हैं व मजबूत सरकार चाहते हैं। उन्हें लगता है कि मोदी ही वह सुरक्षा दे सकते हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सबसे अहम मसला है और इसके लिये अल्पसंख्यक भी भाजपा को ही वोट देंगे, क्योंकि सभी ने देखा है कि पुलवामा हमले के बाद सरकार ने कैसे कार्रवाई की, जबकि कांग्रेस ने 26/11 के बाद कुछ नहीं किया था।’’
ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भी लोग इन मसलों को लेकर काफी संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा,‘‘कांग्रेस कहती है कि देशद्रोह का कानून खत्म कर देंगे, सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून में बदलाव कर देंगे। ऐसे मसलों को लेकर हिमाचल प्रदेश में लोग काफी संवेदनशील हैं। इसका मतलब तो यही हुआ कि हमारे यहां फौजी के खिलाफ मुकदमे होंगे और देश के टुकड़े करने वाले खुले में घूमेंगे।’’
कांग्रेस शासनकाल में अक्सर देश के अंदरूनी शहरों में होने वाले बम धमाकों से हर भारतवासी आतंकित रहता था।
मोदी सरकार ने देश के तरफ़ उठने वाली हर बुरी नज़र का ना सिर्फ़ करारा जवाब दिया है बल्कि आतंक के ख़िलाफ़ पूरी दुनिया को भारत के साथ खड़ा कर दिया है। pic.twitter.com/n7wfO714eQ
— Office of Mr. Anurag Thakur (@Anurag_Office) May 7, 2019
वंशवाद की राजनीति के आरोपों पर बचाव किया
कांग्रेस शासनकाल में अक्सर देश के अंदरूनी शहरों में होने वाले बम धमाकों से हर भारतवासी आतंकित रहता था।
मोदी सरकार ने देश के तरफ़ उठने वाली हर बुरी नज़र का ना सिर्फ़ करारा जवाब दिया है बल्कि आतंक के ख़िलाफ़ पूरी दुनिया को भारत के साथ खड़ा कर दिया है। pic.twitter.com/n7wfO714eQ
वंशवाद की राजनीति के आरोपों पर बचाव करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे ठाकुर ने कहा कि भाजपा में किसी ने पार्टी पर कब्जा नहीं किया है। उन्होंने कहा,‘‘मोदी जी ने साफ जवाब दिया था कि वंशवाद क्या होता है। मानिये, पूनम महाजन चुनाव लड़ रही हैं तो उनके पिताजी दुनिया में नहीं हैं। यहां अखिलेश यादव या राहुल गांधी की तरह पार्टी पर कब्जा तो नहीं किया है।’’
ठाकुर का सामना कांग्रेस के 67 वर्षीय रामलाल ठाकुर से है, जो 1985 में पहली बार विधायक बने और तीन बार हिमाचल प्रदेश में मंत्री रह चुके हैं। वह 2004 में भाजपा के सुरेश चंदेल से 1600 वोट से और 2007 के उपचुनाव में धूमल से 80,000 वोट से हार गए थे।
चुनाव से ठीक पहले हिमाचल प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष और 1998 से तीन बार हमीरपुर के सांसद रहे चंदेल कांग्रेस में शामिल हो गए लेकिन ठाकुर का मानना है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। उन्होंने कहा ,‘‘भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है। बड़े नेता भी पार्टी छोड़कर गए तो पार्टी को नुकसान नहीं हुआ, नेताओं को ही हुआ और उन्हें वापस आना पड़ा। इसमें पार्टी का नुकसान कम, नेताओं का ज्यादा है।’’
भविष्य में अपने लिए बड़ी भूमिका के सवाल पर उन्होंने कहा,‘‘पार्टी ने मुझे लगातार चौथी बार हमीरपुर से टिकट देकर यहां लोगों की सेवा का मौका दिया। मैं इससे खुश हूं, क्योंकि मैं यहां कई बड़ी परियोजनाएं लेकर आया और आगे भी काम करता रहूंगा।’’ हिमाचल प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों पर 19 मई को मतदान होगा।