लोकसभा चुनावः नए मतदाता की नई उम्मीदों ने इस बार तय किए ये मुद्दे
By महेश खरे | Published: May 13, 2019 05:34 AM2019-05-13T05:34:15+5:302019-05-13T05:34:15+5:30
लोकसभा चुनावः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अनुसार इस समय देश में 22 लाख सरकारी पद रिक्त हैं। उन्होंने अब होगा न्याय घोषणापत्र में वादा किया है कि यदि वे सत्ता में आए तो एक साल में ज्यादातर पद भर दिए जाएंगे।
नई उम्मीद और नए इरादे के साथ गुजरात और देश के युवा मतदाताओं ने मतदान किया है. देश में इस बार 8.4 करोड़ नए वोटर बढ़े हैं वहीं गुजरात में 10 लाख मतदाताओं को पहली बार लोकतंत्र के महापर्व में अपने कर्तव्य के निर्वाह करने का मौका मिला है. इन युवा और उत्साही वोटर के सामने रोजगार और रोजगार देने वाली शिक्षा ही प्रमुख चुनावी मुद्दा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अनुसार इस समय देश में 22 लाख सरकारी पद रिक्त हैं।
उन्होंने अब होगा न्याय घोषणापत्र में वादा किया है कि यदि वे सत्ता में आए तो एक साल में ज्यादातर पद भर दिए जाएंगे। एक तरफ गरीबों को सालाना 72 हजार और दूसरी ओर सरकारी रोजगार का प्रस्ताव बेरोजगारों और नये मतदाताओं के लिए बडे आकर्षण की तरह है। अब यह आकर्षण वोट में कितना तब्दील हुआ है या होगा इसका खुलासा 23 मई को हो जाएगा।
गुजरात में 4.16 लाख शिक्षति बेरोजगार
यदि गुजरात की बात की जाए तो यहां 4.47 करोड मतदाता हैं तो 4.16 लाख शिक्षति बेरोजगार हैं। सबसे ज्यादा बेरोजगारों की संख्या भाजपा के लिए प्रतिष्ठा की सीट बनी अहमदाबाद में है। यहां की दौनों लोकसभा सीटों पर एक अनुमान के अनुसार लगभग 50 हजार शिक्षति बेरोजगार हैं। शिक्षति बेरोजगारों की पहली पसंद सरकारी नौकरी होती है। इसलिए रोजगार और रोजगारोन्मुखी शिक्षा का प्रभाव युवाओं पर पडे बिना नहीं रहेगा, इससे इन्कार नहीं किया जा सकता।
गुजरात सरकार के दावे समय समय पर
गुजरात सरकार की ओर से जो दावे किए गए उनकी चर्चा की जाए तो बीते पांच सालों में एक लाख 18 हजार 501 युवाओं को सरकारी नौकरियां दी गयी। इसके अलावा निजी क्षेत्र में 11 लाख लोगों को रोजगार मिला। अब तो संकेत यह भी दिए जा रहे हैं कि चुनाव आचार संहिता की अविध समाप्त होते ही सरकार बेरोजगारों को सरकारी रोजगार देने की प्रक्रि या शुरू करेगी।
बंगाल में सबसे अधिक नये वोटर
चुनाव आयोग के आंकडों के अनुसार पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 20.1 लाख ऐसे युवा मतदाता सूची में जुडे हैं, जो पहली बार मतदान कर रहे हैं। इसके बाद यूपी का नंबर आता है, यहां 16.7 लाख नये वोटर हैं जबकि मध्य प्रदेश में 13.6 लाख युवाओं को पहली बार मतदान का मौका मिल रहा है।