पटना: बिहार में लॉकडाउन कानून का न तो पहले मतलब था और अब लॉकडाउन-4 में तो इस कानून की धड़ल्ले से धज्जियां उड़ाई जाने लगी हैं. सड़कों पर बाजार सजने लगी हैं और लोग भी बेफिक्र होकर अपनी दुनियां में मशगूल होने लगे हैं. ना तो कोरोना का डर और ना सोशलडिस्टेंशिंग का ख्याल, दुनिया अपनी है और कानून के रखवाले कभी-कभी खानापूर्ति कर अपनी जिम्मेदारियों का अहसास करा जा रहे हैं. हालात यह हैं कि राजधानी पटना सहित सूबे के अन्य ईलाकों से भी लॉकडाउन-4 का बेमानी होने की खबरें आने लगी हैं.
हालात अगर राजधानी पटना की देखें तो लॉकडाउन-4 के पहले दिन ही कई इलाकों में भीषण जाम लग गया. 200 मीटर की दूरी तय करने में लोगों को आधा घंटा लग गए. जबकि राज्य सरकार ने लॉकडाउन-4 के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी है. लॉकडाउन-4 में पटना की कई और दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है. इनमें कपड़े की दुकानें भी शामिल हैं. दिन के 11 से 4 बजे तक इन्हें खोलने की अनुमति जिला प्रशासन ने दी है. इनके अलावा शहर में ड्राई क्र्लींनग, फर्नीचर,बर्तन साइकिल और खेल सामग्री की दुकानें भी खुलेंगी. ये दुकानें सप्ताह के तीन दिन यानी सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को शाम 6 बजे तक खुलेंगी. जबकि किताब, चश्मा, स्टेशनरी, इलेक्ट्रिकल सामान और इलेक्ट्रॉनिक्सकी दुकानों को खोलने की अनुमति पहले ही दी जा चुकी है.
इसके बाद शहर में ये दुकानें खुल भी रही हैं. जिला प्रशासन की ओर से पूर्व के निर्गत आदेश के अनुसार रेस्टोरेंट से सिर्फ होम डिलीवरी का काम जारी रहेगा. इन दुकानों पर सोशल डिस्टेशिंसग का पूरी तरह से अनुपालन सुनिश्चित करना होगा. मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करना होगा. आदेश का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी. केंद्र सरकार की तरफ से जारी दिशा निर्देशों के मुताबिक लॉकडाउन की अवधि में सभी प्रकार के सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक, खेल एवं मनोरंजन आदि समारोहों के आयोजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा. भीड़ -भाड़ की गतिविधि पर रोक रहेगी. बावजूद इसके आज भाकपा के लोग शहर के जंक्शन गोलंबर प्र प्रदर्शन करते नजर आये. हालांकि डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा है कि लॉकडाउन-4 में भी पूरी सख्ती बरती जाएगी. आम लोगों से अपील है कि वह सरकार के आदेश का पालन करें. डीजीपी के अपील के बावजूद इसका असर कहीं दिखा नही. लोग बेधडक सडकों पर फर्राटा मारते नजर आ जा रहे हैं.