कोरोना वायरस खतरे के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन पर बैठे लोगों को मंगलवार सुबह वहां से हटा दिया। इस दौरान भारी पुलिस बल मौजूद है। वहीं, धरना हटने के बाद बड़ी संख्या में स्थानीय लोग एकत्रित हुए हैं। बता दें, दिल्ली में लॉकडाउन के चलते भीड़ को इकट्ठा होने की इजाजत नहीं है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सीएए के खिलाफ शाहीन बाग में जारी धरना हटाए जाने के बाद स्थानीय लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए हैं। भीड़ जहां धरना दिया जा रहा था उसी के पास पहुंची है। हालांकि धरने वाली जगह पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है।
दरअसल, सीएए के खिलाफ शाहीन बाग में महिलाएं पिछले तीन महीने से बैठी हुई थीं। पुलिस ने अलसुबह सभी को धरनास्थल से हटाया और टेंट उखाड़कर फेंक दिया। साथ ही साथ धरनास्थल पर रखे गए तख्त भी उठा लिए।
बता दें कि दिल्ली सरकार ने कहा था कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर 50 से अधिक लोगों वाले समारोहों की अनुमति नहीं है, जिसकी संख्या घटाकर अब 20 कर दी गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था, 'यह शाहीन बाग पर भी लागू होता है।'
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल की सरकार ने सोमवार (23 मार्च) से राजधानी को लॉकडाउन कर दिया है। यहां स्थानीय स्तर पर कोरोना वायरस के संक्रमण के छह मामले सामने आने के बाद कड़े कदम उठाए गए हैं।
बता दें, भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के अब तक करीब 500 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार तक के आंकड़ों में यह संख्या सामने आई है। मंगलवार सुबह तक के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक देश में कोविड-19 के कुल मामले 492 हैं।