लोजपा में घमासानः केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस बोले- रामविलास का राजनीतिक वारिस मैं, संपत्ति के वारिस चिराग हैं...
By एस पी सिन्हा | Published: August 24, 2021 06:09 PM2021-08-24T18:09:03+5:302021-08-24T18:10:25+5:30
चिराग हाजीपुर से चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो वे लडे़. उन्होंने कहा कि लोजपा के संस्थापक स्व. रामविलास पासवान का असली राजनीतिक उत्तराधिकारी मैं ही हूं.
पटनाः लोजपा में मचे घमासान पर केद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति पारस ने कहा है कि पिता की संपत्ति में पुत्र का अधिकार होता है.
उन्होंने कहा कि अगर चिराग हाजीपुर से चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो वे लडे़. उन्होंने कहा कि लोजपा के संस्थापक स्व. रामविलास पासवान का असली राजनीतिक उत्तराधिकारी मैं ही हूं. उन्होंने कहा कि मेरे भैया ने 1970 में ही कह दिया था. पत्रकारों के सवाल पर पारस ने कहा कि चिराग पासवान पार्टी को कमजोर करने में लगे हैं.
उन्होंने कहा कि हाजीपुर से सांसद बनने के पहले उनके बडे़ भाई स्व. पासवान अलौली से विधायक हुआ करते थे. लेकिन हाजीपुर से सांसद बनने के बाद उन्होंने अलौली की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी थी. स्व. पासवान के आदेश पर वे हाजीपुर में भी कार्य करते थे. पिछली बार बडे़ भाई के आदेश पर ही उन्होंने हाजीपुर से चुनाव लड़ा था.
चिराग पासवान के आशीर्वाद यात्रा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आशीर्वाद देने व लेने वाले पासवान जी इस दुनिया में नहीं है, तो चिराग किस बात का आशीर्वाद निकाल रहे हैं. उन्हें अपने संसदीय क्षेत्र जमुई में कार्य करना चाहिए. पारस ने यह बात दुहराया कि अगर चिराग हाजीपुर से चुनाव लड़ना चाहते हैं तो लड़ें, लेकिन वे(पारस) भी लड़ेंगे.
उन्होंने चिराग पासवान पर पार्टी को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी जिद की वजह से विधानसभा में पार्टी की हार हुई. उन्हें 12 जनपथ का आवास मिल रहा था, लेकिन उन्होंने उसे लेने से इन्कार कर दिया. उस आवास में उनके बडे़ भाई की आत्मा वास करती है. पारस ने कहा कि हाजीपुर के पास खाद्य प्रसंस्करण विश्वविद्यालय खोलने की पहल उनके मंत्रालय के द्वारा की जा रही है.
इस विश्वविद्यालय के लिए पर्याप्त भूमि बिहार सरकार की ओर से मिल जाने पर बहुत जल्द ही इसे शुरू करा दिया जाएगा. इसके अलावा केला उत्पादन के लिए विख्यात हाजीपुर और लीची उत्पादन के लिए विश्वविख्यात मुजफ्फरपुर के किसानों की स्थिति में सुधार लाने के लिए खाद्य प्रसंस्करण यूनिट खोलने पर भी विचार किया जा रहा है.
इन दोनों परियोजनाओं को बहुत जल्द ही लगवाने की कोशिश की जा रही है. इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार से स्व. रामविलास पासवान को भारत रत्न की उपाधि से विभूषित करने और उनकी कर्मभूमि रही वैशाली में यादगार स्वरूप उनका एक कर प्रतिमा लगाने की राज्य सरकार से मांग भी की गई.