बाल 'वीरों' को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया सम्मानित, 22 बच्चों को मिला यह पुरस्कार, देखें यहां लिस्ट
By भाषा | Published: January 22, 2020 12:08 PM2020-01-22T12:08:53+5:302020-01-22T12:31:43+5:30
अधिकारियों ने बताया कि केरल के कोझिकोड़ के 16 वर्षीय मुहम्मद मुहसीन को मरणोपरांत आईसीसीडब्ल्यू अभिमन्यु पुरस्कार के लिए चुना गया है। उसने पिछले साल अप्रैल में समुद्र में मौसम खराब हो जाने पर अपने तीन साथियों की जान बचायी थी लेकिन इसी क्रम में उसकी मृत्यु हो गयी थी।
दिल्ली में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, 2020 (राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार) से बच्चों को सम्मानित किया। यहां देश भर के 22 बच्चे, जिसमें 10 लड़कियां और 12 लड़के हैं, इनको पुरस्कार दिया गया। इस साल राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए जो बच्चे चुने गये हैं उनमें जम्मू कश्मीर के दो किशोर भी शामिल हैं । इन्हीं में कर्नाटक का एक ऐसा लड़का भी शामिल है जिसने राज्य में बाढ़ के दौरान एक एंबुलेंस को रास्ता दिखाया था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। भारतीय बाल कल्याण परिषद (आईसीसीडब्ल्यू) ने मंगलवार को वीरता पुरस्कार के लिए 10 लड़कियों और 12 लड़कों के नामों की घोषणा की।
Delhi: President Ram Nath Kovind presents Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar, 2020 (National Bravery Award) at Rashtrapati Bhavan. 22 children - 10 girls and 12 boys are receiving the award this year. pic.twitter.com/mDAjdlC2JR
— ANI (@ANI) January 22, 2020
अधिकारियों ने बताया कि केरल के कोझिकोड़ के 16 वर्षीय मुहम्मद मुहसीन को मरणोपरांत आईसीसीडब्ल्यू अभिमन्यु पुरस्कार के लिए चुना गया है। उसने पिछले साल अप्रैल में समुद्र में मौसम खराब हो जाने पर अपने तीन साथियों की जान बचायी थी लेकिन इसी क्रम में उसकी मृत्यु हो गयी थी।
Watch LIVE as President Kovind presents Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar, 2020 at Rashtrapati Bhavan https://t.co/CZpWzEDSmc
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 22, 2020
कुपवाड़ा के रहने वाले सरताज मोहिदन (16) और बडगाम के मुदासिर अशरफ (19) कश्मीर में 2019 में साहसिक कारनामे को लेकर वीरता पुरस्कार के लिए चुने गये हैं। अधिकारियों के मुताबिक कर्नाटक के वेंकेटेश को भी यह पुरस्कार दिया जाएगा। उसने पिछले साल अगस्त में बाढ़ के दौरान एक एंबुलेंस को रास्ता दिखाया था। एंबुलेंस में एक व्यक्ति का शव और उसके रिश्तेदार थे। भाषा राजकुमार नरेश नरेश