भारतीय सेना में नया अध्याय, लेफ्टिनेंट कर्नल ज्योति शर्मा पहली महिला जज एडवोकेट जनरल नियुक्त
By विनीत कुमार | Published: November 14, 2019 02:29 PM2019-11-14T14:29:35+5:302019-11-14T14:29:35+5:30
इससे पहले सितंबर में विंग कमांडर अंजली सिंह रूस में भारतीय दूतावास से जुड़ी थी। इस तरह वे पहली सैन्य महिला राजनयिक बनी जो विदेश में किसी दूतावास में नियुक्त हुईं।
भारतीय सेना में पहली बार किसी महिला जज की नियुक्ति की गई है। लेफ्टिनेंट कर्नल ज्योति शर्मा को भारतीय सेना की पहली महिला जज एडवोकेट जनरल अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया है। ज्योति शर्मा विधि विशेषज्ञ के रुप में पूर्वी अफ्रीकी देश सेशेल्स की सरकार को अपनी सेवाएं देंगी। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार ज्योति का मुख्य काम सेशेल्स के अधिकारियों को रक्षा और मिलिट्री एक्ट से अवगत करना होगा।
इससे पहले सितंबर में विंग कमांडर अंजली सिंह रूस में भारतीय दूतावास से जुड़ी थी। इस तरह वे पहली सैन्य महिला राजनयिक बनी जो विदेश में किसी दूतावास में नियुक्त हुईं। इससे पहले विंग कमांडर एस धामी देश की पहली महिला अधिकारी हुईं जो किसी फ्लाइट यूनिय की फ्लाइट कमांडर बनीं।
Indian Army officials to ANI: Lieutenant Colonel Jyoti Sharma appointed as Indian Army’s first female Judge Advocate General officer to be deployed on a foreign mission. She will be appointed as the military legal expert with the Government of Seychelles. pic.twitter.com/GStbHuVRsR
— ANI (@ANI) November 14, 2019
भारत में जज एडवोकेट जनरल अधिकारी का पद सेना के लेफ्टिनेंट को दिया जाता है। ये सेना का न्यायिक प्रमुख होते हैं। भारतीय सेना की जज एडवोकेट जनरल एक अलग शाखा है। इसमें कानूनी रूप से योग्य सेना के अधिकारी शामिल होते है।